शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने हाल ही में SP बद्दी इल्मा अफरोज के छुट्टी पर जाने को लेकर मीडिया में उठ रहे सवालों का जवाब दिया है। प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार योग्य अधिकारियों को पूरी तरह से सम्मानित करती है और उन्हें आगे बढ़ने का मौका देती है।
उन्होंने बताया कि इलमा अफरोज को आउट ऑफ टर्न SP बद्दी नियुक्त किया गया था, जबकि उनका बैच अभी तक नहीं चल रहा था फिर भी उन्हें दस महीने पहले बद्दी जैसे महत्वपूर्ण पुलिस जिले की जिम्मेदारी दी गई थी।
निजी कारणों से छुट्टी पर गईं इल्मा अफरोज
प्रवक्ता के मुताबिक, इल्मा अफरोज ने पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए छुट्टी ली थी। इससे पहले वह अपनी मां के साथ मुख्यमंत्री से शिमला में मुलाकात भी कर चुकी थीं। सोशल मीडिया पर अफवाहें फैल रही हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि अफरोज को दबाव में छुट्टी पर भेजा गया। प्रवक्ता ने इन अफवाहों को झूठा बताया और कहा कि अफरोज ने मुख्यमंत्री को सूचित कर छुट्टी ली है और जब उनका मन होगा तो वह वापस ड्यूटी जॉइन कर लेंगी।
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पूर्व CM शांता कुमार ने लिखा था पत्र
इस बीच, पूर्व CM शांता कुमार ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए। शांता कुमार ने लिखा कि सोशल मीडिया और अन्य सूत्रों से यह जानकारी मिल रही है कि एसपी इलमा अफरोज एक ईमानदार और योग्य अधिकारी हैं, जिन्होंने किसी नेता के परिवार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी, जिसके बाद उन्हें छुट्टी पर भेजने का दबाव डाला गया। शांता कुमार ने यह भी कहा कि खनन माफिया का दबाव इस मामले में स्पष्ट है और इस तरह की कार्रवाई से राज्य की बदनामी हो सकती है।
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खनन माफिया और सरकार के दबाव की बात
पूर्व CM ने अपनी चिट्ठी में आरोप लगाया कि हिमाचल प्रदेश में खनन माफिया का प्रभाव बढ़ता जा रहा है और इस मामले में भी माफिया के दबाव के कारण SP बद्दी पर छुट्टी पर जाने का दबाव डाला गया। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को अफरोज के ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा को दंडित नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे प्रदेश की छवि को नुकसान होगा।
शांता कुमार की सलाह
शांता कुमार ने CM सुक्खू को सलाह दी कि अगर किसी नेता ने गलत काम किया है तो उसे सजा मिले, लेकिन एक ईमानदार अधिकारी को सजा नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि उन्हें साहस दिखाना चाहिए और पुलिस अधिकारी इल्मा अफरोज की ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा को सम्मानित करना चाहिए।
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इलमा अफरोज के विवादों की वजह से चर्चा
इलमा अफरोज ने अपनी सख्त कार्यशैली के कारण काफी ध्यान आकर्षित किया है। उन्हें पिछले दिनों दो विवादों में प्रमुखता से शामिल किया गया:
1.
विधायक की पत्नी की गाड़ियों पर कार्रवाई: इलमा अफरोज ने बद्दी में माइनिंग से जुड़ी गाड़ियों के चालान काटे थे, जो विधायक रामकुमार चौधरी की पत्नी के नाम पर थीं। इस कदम के बाद विधायक नाराज हो गए थे और इलमा को विधानसभा से विशेषाधिकार हनन का नोटिस भी मिला था।
2.
स्क्रैप कारोबारी पर कार्रवाई: हाल ही में एक फायरिंग कांड हुआ था, जिसमें स्क्रैप कारोबारी राम किशन की बुलेट प्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गई थीं। जांच में पता चला कि राम किशन ने खुद गोलियां चलाईं और वह पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था। हालांकि, एसपी अफरोज ने उसकी मांग को नकारा किया जिसके बाद उस पर दबाव डाला गया, लेकिन वह अपनी कार्यशैली पर अडिग रहीं।