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October 10, 2024

संजौली मामले में पलट गए मुसलमान: मस्जिद नहीं गिराएंगे- फिर से अदालत जाएंगे

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शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली क्षेत्र में मस्जिद के अवैध निर्माण को तोड़ने का फैसला हाल ही में नगर निगम ने दिया था। लेकिन इस पूरे मामले में एक नया मोड़ ये आ गया है कि जिस मस्जिद को तोड़ने की पेशकश खुद मुस्लिम समुदाय ने की थी, उस आदेश को ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन ने चुनौती देने का निर्णय लिया है। जिसके बाद एक बार फिर विवाद सुर्खियों में आ गया है।

हाईकोर्ट में फैसले को चुनौती

बता दें कि नगर निगम के फैसले को ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन ने चुनौती देते हुए बताया है कि मस्जिद वक्फ बोर्ड की भूमि पर स्थित है और इसका निर्माण 125 साल पहले हुआ था, जिससे इसकी वैधता पर कोई प्रश्न नहीं उठता। यह भी पढ़ें : नहीं रहे रतन टाटा: शिमला के इस स्कूल से पढ़ें- जानिए कुछ अनसुने किस्से

अवैध नहीं है मस्जिद

बता दें कि संजौली की मस्जिद की ऐतिहासिकता को लेकर प्रवक्ता लियाकत अली हाशमी ने कहा कि हाल के दिनों में जब नमाजियों की संख्या में वृद्धि हुई, तो इबादत के लिए एक अतिरिक्त मंजिल का निर्माण किया गया। इसी के साथ ये भी कहा गया है कि मस्जिद का निर्माण अवैध नहीं है। कुछ लोग इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं।

नगर निगम ने दिेए थे तोड़ने के आदेश

उधर, नगर निगम आयुक्त भूपेंद्र अत्री ने इस मस्जिद को तोड़ने के आदेश 5 अक्तूबर को दिए थे। हालांकि इस मस्जिद को तोड़ने की पेशकश खुद स्थानीय मुस्लिमों ने यह कहकर की थी कि वह हिमाचल में शांति रखना चाहते है। वहीं, प्रवक्ता लियाकत अली हाशमी का आरोप है कि आयुक्त ने एक पक्षीय तरीके से फैसला सुनाया और इस प्रक्रिया में सही प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। यह भी पढ़ें : हिमाचल : गहरी खाई में गिरा ईंटों से भरा ट्रक, दो थे सवार, एक भी नहीं बच पाया

सामाजिक तनाव बढ़ा

संजौली में इस मस्जिद को लेकर हाल में तनाव बढ़ गया है। बता दें कि 31 अगस्त को मल्याणा क्षेत्र से ये विवाद शुरू हुआ में एक व्यक्ति के साथ मुस्लिम समुदाय के कुछ सदस्यों की मारपीट हुई थी, जिसके बाद हिंदू संगठनों ने मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किए। उन्होंने इसे अवैध बताते हुए गिराने की मांग की। इस घटनाक्रम के चलते पूरे प्रदेश में तनाव फैल गया और कई जगहों पर प्रदर्शन हुए। इसी बीच लोगों ने मस्जिद मामले में गिराने के फैसले का स्वागत किया था। लेकिन, इसी बीच एक नए विवाद ने शिमला की फिजाओं में गरमाहट बढ़ा दी है। स्थानीय निवासियों की चिंताएं उधर, संजौली के स्थानीय निवासियों का कहना है कि मस्जिद का आकार बढ़ने से इलाके में चलने-फिरने में समस्या आ रही है। 73 वर्षीय श्याम लाल ने बताया कि पहले यहां केवल दो मंजिला मस्जिद थी, लेकिन अब बाहरी लोगों की बढ़ती संख्या के कारण यह 5 मंजिल की हो गई है। स्थानीय लोगों की चिंता है कि इससे उनकी सुरक्षा और शांति पर खतरा बढ़ सकता है। यह भी पढ़ें : हिमाचल में JBT, TGT और C&V के लिए खुशखबरी, इतने पदों पर होगी सीधी भर्ती

हाईकोर्ट में चुनौती

ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन ने अब हाईकोर्ट में जाने की योजना बनाई है। हाशमी का कहना है कि आयुक्त ने कुछ व्यक्तियों की राय के आधार पर एकतरफा फैसला सुनाया है। उन्होंने यह भी कहा कि मस्जिद को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है और इसका विरोध किया जाएगा।

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