#विविध

October 3, 2024

देखो सरकार! विकास में नहीं जुर्माने में खर्च हो रही लाखों की राशि

शेयर करें:

सोलन। हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन के सलोगड़ा स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में कचरे के सही निस्तारण न होने के कारण नगर निगम सोलन की एक बार फिर किरकिरी हुई है। प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नगर निगम पर 9 लाख 90 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है, जिसे 15 दिनों के भीतर अदा करना होगा। यदि निगम ने जुर्माना नहीं भरा, तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

पहले भी लग चुका जुर्माना

बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नगर निगम को इस तरह का जुर्माना लगाया है। इससे पहले भी तत्कालीन नगर परिषद और वर्तमान नगर निगम के कार्यकाल में सलोगड़ा स्थित प्लांट के कारण कई बार जुर्माना लगाया जा चुका है। यह प्लांट हमेशा से ही विवादों में रहा है, जिसमें कचरा प्रबंधन के टेंडर और कचरे के सही निष्पादन न होने की समस्याएं शामिल हैं। यह भी पढ़ें : शिमला से डगशाई जेल तक -10 बार शिमला आए थे महात्मा गांधी, यहां जानें अनसुने किस्से

टेंडर की शर्तें अधूरी

इस प्लांट के लिए हुए टेंडर में निर्धारित किया गया था कि दो वर्ष के भीतर लिगेसी वेस्ट को हटाना होगा, जो अब तक पूरा नहीं हो पाया है। परवाणू प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक अभियंता अनिल राव ने बताया कि उन्होंने नगर निगम सोलन के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान कई खामियां पाई गईं, जिसके बाद रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी गई और जुर्माना प्रस्तावित किया गया। इस प्रस्ताव को स्वीकार किए जाने के बाद निगम पर 9.90 लाख का जुर्माना लगाया गया है। यह भी पढ़ें : हिमाचल- ग्राम सभा में नहीं शामिल हुआ 1500 वाला मुद्दा, 9 एजेंडे तय- जानें डिटेल

विकास कार्यों पर असर

वहीं दूसरी ओर भाजपा प्रवक्ता और निगम पार्षद शैलेंद्र गुप्ता ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि नगर निगम सोलन में ठोस कचरा प्रबंधन के टेंडर में हुई अनियमितताओं के कारण विकास कार्यों के लिए निर्धारित धनराशि भारी जुर्मानों में जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम के अस्तित्व में आने के बाद से शहर के विकास कार्य पूरी तरह से रुक गए हैं और सोलन में ठोस कचरा प्रबंधन सवालों के घेरे में बना हुआ है।

पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख