कांगड़ा। देश की आन-बान-शान के लिए अपनी शहादत देने वाले वीर जवानों की हिमाचल प्रदेश में भरमार है। इसीलिए इसे वीरभूमि के नाम से भी जाना जाता है। मगर इन बलिदानी सपूतों के परिजनों को कई बार सरकारी तंत्र की अव्यवस्थाओं से जूझना पड़ता है। ऐसा एक मामला प्रदेश के जिला कांगड़ा से सामने आया है। जहां वन विभाग ने एक बलिदानी के घर तक जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया है।
1984 में हुए थे शहीद
जानकारी के अनुसार, जिला कांगड़ा के तहत आते नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र की खोवा पंचायत में यह मामला सामने आया है। साल 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार में शहीद हुए प्रकाश चंद के घर तक पहुंचने के लिए जिस रास्ते का इस्तेमाल होता था उसे वन विभाग द्वारा बंद कर दिया गया है। हालांकि, सरकार ने उनके बलिदान के सम्मान में उनके घर तक पक्का रास्ता बनाने का वादा किया था मगर अभी तक भी वह वादा पूरा नहीं हो सका है।
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रास्ता बंद होने से नाराज है परिवार
अब वन विभाग द्वारा इस कच्चे रास्ते को बंद कर देने से स्थानीय लोग नाराज हैं। बीते कल शुक्रवार को जैसे ही यह जानकारी ग्रामीणों को मिली उन्होंने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि रास्ते को बंद करने से इलाके के 25 परिवारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह रास्ता उनकी दैनिक जरूरतों के लिए अहम था और इसके बंद होने से उन्हें आवागमन में दिक्कत हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बलिदानी के परिवार को मिलने वाली सरकारी सुविधाओं की भी अनदेखी की गई है।
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सरकार से लगाई गुहार
उधर, समाजसेवी और एंटी टेररिस्ट फ्रंट के अध्यक्ष बलविंद्र सिंह बबलू ने इस घटना को बलिदानी का अपमान बताया है। उन्होंने प्रशासन से अपील करते कहा कि इस मामले का तत्काल समाधान किया जाए। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को जिलाधीश के सामने उठाएंगे और रास्ता खुलवाने की मांग करेंगे। बलविंद्र सिंह ने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से इस समस्या का त्वरित समाधान निकालने की भी अपील की है।