शिमला। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) की एक बस में राहुल गांधी के खिलाफ कथित तौर पर ऑडियो चलाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय के आदेश पर HRTC प्रबंधन ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि, बस के चालक और परिचालक ने इस आरोप से साफ इनकार किया है लेकिन मामले की जांच जारी है।
चालक-परिचालक ने इनकार किया
यह घटना गत 1 नवंबर की बताई जा रही है, जब शिमला से संजौली रूट पर जा रही एचआरटीसी की बस नं. 63 CC-5134 में सफर कर रहे एक व्यक्ति ने राहुल गांधी और अन्य नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक ऑडियो चलाए जाने की शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजी। इसके बाद, मुख्यमंत्री कार्यालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए।
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राहुल के खिलाफ दुष्प्रचार
शिकायत में कहा गया था कि बस में आचार्य प्रमोद और अन्य लोगों के बीच वार्तालाप हो रहा था, जिसमें केंद्रीय नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी और तेजस्वी यादव के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा था। शिकायतकर्ता ने इसे सरकारी वाहन में राजनीतिक विरोधी नेताओं के खिलाफ चलाए गए आपत्तिजनक ऑडियो के रूप में बताया।
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ऑडियो नहीं चल सकता
शिकायत में यह भी कहा गया कि सरकारी वाहन में इस तरह के ऑडियो को चलाना सार्वजनिक रूप से उचित नहीं है और कर्मचारियों का यह कर्तव्य बनता है कि वे किसी भी प्रकार का आपत्तिजनक ऑडियो नहीं चलाएं।
जांच जारी, चालक-परिचालक का जवाब
HRTC के शिमला रीजनल मैनेजर (RM) विनोद कुमार ने इस मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि HRTC की बसों में किसी भी प्रकार के ऑडियो को चलाने पर प्रतिबंध है। उन्होंने बताया कि शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू की गई है और चालक टेक राज तथा परिचालक शेष राम से स्पष्टीकरण मांगा गया था।
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दोनों कर्मचारियों ने निगम को दिए गए अपने जवाब में इस आरोप से इनकार किया है और उनका कहना है कि न तो उन्होंने बस में किसी प्रकार का ऑडियो चलाया, न ही बस में किसी सवारी को ऐसा कुछ करते हुए सुना गया। विनोद कुमार ने बताया कि जांच जारी है और मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। निगम प्रबंधन इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहा है और मामले की पूरी जांच की जा रही है।