मंडी। हिमाचल प्रदेश में आज एक ही दिन में दो जवानों को खो दिया। आज कांगड़ा जिला के धर्मशाला के बगली में जहां आईटीबीपी जवान विनोद कुमार का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। वहीं मंडी जिला का जेएके राइफल का जवान इंदेश शर्मा भी पंचत्तव मंे विलीन हो गया। जेएके राइफल के जवान इंदेश शर्मा 11 दिसंबर को जम्मू कश्मीर के राजौरी जिला के मंजाकोट सेक्टर में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे।
माता पिता का इकलौता बेटा था इंदेश
जवान इंदेश की मौत गोली लगने से हुई थी। जवान को गोली कैसे लगी और किसने चलाई, इसका अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। सेना के अधिकारी इसकी जांच में जुटे हुए हैं। जवान के घर में उसके बूढ़े पिता के अलावा पत्नी, दो बेटियां और एक माह का बेटा है।
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इंदेश एक माह की छुट्टी पर घर आए थे। अपने नवजात बेटे का नामकरण करने के बाद वह 9 दिसंबर को ही ड्यूटी पर वापस लौटे थे और 11 दिसंबर को उनकी शहादत की खबर घर पहुंच गई। जवान इंदेश अपने माता पिता का इकलौता बेटा था।
बेटे की देह देख पिता हुए निशब्द
मंडी जिला के उपमंडल बल्ह की ग्राम पंचायत सरकीधार के रहने वाले 40 वर्षीय शहीद जवान इंदेश शर्मा की शुक्रवार शाम को पार्थिव देह उनके घर पहुंची। तिरंगे मंे लिपटी जवान की देह को देख कर जहां उसकी मां और पत्नी बेसुध हो गई। वहीं जवान का बुजुर्ग बाप बेटे को एकटक निहारता रहा पर कुछ बोल नहीं पाया। जवान की पार्थिव देह के घर पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया और हर तरफ चीख पुकार मच गई।
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सैन्य सम्मान से दी जवान को अंतिम विदाई
माता, पत्नी और बेटियों ने नम आंखों से अपने पिता को घर से विदा किया। जवान इंदेश शर्मा का कुंतभयो झील के पास बने श्मशानघाट पर सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान भारी संख्या में लोग जवान को अंतिम विदाई देने पहुंचे थे। इस दौरान भारत माता की जय, हवलदार इंदेश अमर रहे के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।
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चचेरे भाईयों ने दी मुखाग्नि
जवान को सेना की टुकड़ी ने अंतिम सलामी दी। इस दौरान जवान के चचेरे भाइयों ने शहीद की पार्थिव देह को मुखाग्नि दी। जवान को श्रद्धांजली देने के लिए प्रशासन की तरफ से एसडीएम बल्ह स्मृतिका नेगी, सीओ गौरव सिंह, डीएसपी भारत भूषण, नायब तहसीलदार संजीव प्रभाकर सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। बल्ह के विधायक इंद्र सिंह गांधी भी जवान केा अंतिम विदाई देने पहुंचे थे।
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2022 में हुए थे सेना में भर्ती
बता दंे कि जवान इंदेश 2022 में सेना में भर्ती हुए थे। इंदेश की ड्यूटी चंबा जिला के बनीखेत में थी और वह परिवार सहित वहां पर रहता था। लेकिन कुछ दिन पहले ही इंदेश की पलटन को जम्मू.कश्मीर भेजा गया था। वहां से अब इस प्रकार की दुखद खबर सामने आई है।
सुसाइड की खबरें भी आई थी सामने
बता दें कि सोशल मीडिया पर जवान इंदेश के सुसाइड की खबरें भी सामने आ रही थीं। जिसमें कहा जा रहा था कि इंदेश ने अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मार कर आत्महत्या की थी, लेकिन परिवार को इन खबरों पर यकीन नही है। इंदेश के चाचा लीलाधर शर्मा ने कहा कि इंदेश कुमार खुशहाल जीवन जी रहा था।
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दो बेटियों के बाद अभी हालही में पुत्र की प्राप्ति हुई थी और घर पर इसकी बड़े स्तर पर खुशियां मनाई गई थी। इंदेश इकलौता बेटा था और पिता कालीदास शर्मा सीआईएसएफ से ही रिटायर हुए हैं। बढ़िया घर बनाया है, साधन संपन्न परिवार है और किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। तो फिर इंदेश सुसाइड क्यों करेगा।
मंडी में एक माह में चौथा जवान शहीद
एक माह में मंडी का चौथा जवान शहीद पिछले एक महीने में मंडी जिले से यह चौथा सैनिक है जो देश सेवा करते हुए शहीद हुआ है। इससे पहले तीन और जवानों ने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर किए थे। यह लगातार हो रहे बलिदान मंडी जिले के युवाओं की वीरता और देशभक्ति को दर्शाते हैं।