हिमाचल प्रदेश के देव समाज में महामानव कहे जाने वाले पुजारी आलम चंद का निधन हो गया है। जिला कुल्लू में अनंत बालू नाग देवता के गुर रहें आलम चंद बाल्यकाल से ही देवता के प्रथम सेवक रहें। वहीं उनके निधन से पूरे क्षेत्र और देव समाज में दुख की लहर दौड़ पड़ी है।
85 साल के उम्र में संसार छोड़ने वाले पुजारी आलम चंद बंजार के खाबल गांव के रहने वाले थे। देव समाज में उनका काफी रूतबा था। वह जो बात कहते थे उसे लोग पत्थर की लकीर समझ पालन करते थे।
15 फीट लंबी थी जटाएं
देव समाज के महान तपस्वी अनंत बालू नाग की जटाएं लगभग 15 फ़ीट लंबी थी। वहीं, देव परंपराओं का पालन करने के साथ उन्हें संभालना आलम चंद के लिए बड़ी चुनौती रहता था। वहीं उनका कद भी 6 फीट था। ऐसे में वह काफी विशाल दिखाई देते थे।
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भालुओं के झुंड का किया था सामना
पुजारी आलम चंद दिखने में काफी लंबे थे और उनके लंबे बालों के कारण उनकी वह काफी प्रसिद्ध थे। बताया जाता है कि बालो जंगल में भालुओं के झुंड से उनका सामना हो गया। खूंखार भालुओं ने पुजारी आलम चंद को घेर लिया। इस समय अचानक पुजारी का बालों में लगा सफेद साफा खुल गया और विशाल जटाएं दिखाई देने लगी। उनका ये रूप देख भालू मौके से डर के मारे भाग ।
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लंबी बीमारी के कारण निधन
पुजारी आलम की देववाणी देव समाज के लिए एक पत्थर की लकीर होती थी। आलम चंद का लंबी बीमारी के चलते शनिवार सुबह ब्रह्म मूहुर्त में निधन हो गया। आलम चंद का निधन देव समाज के लिए बहुत बड़ी क्षति है। वहीं, अब देवता के अगले आदेश पर ही इन्हीं के परिवार से अगला गुर तय किया जाएगा।