हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर स्थित नादौन के जोलसप्पड़ निवासी डॉ. राजेंद्र कंवर ने समाज के प्रति अपनी निस्वार्थ सेवा को और भी एक कदम आगे बढ़ाते हुए देहदान का निर्णय लिया है। इससे पहले, वर्ष 2021 में उन्होंने अपनी पत्नी कृष्णा कंवर के साथ मिलकर 60 करोड़ रुपये की संपत्ति हिमाचल प्रदेश सरकार को दान कर दी थी। अब, 72 वर्षीय डॉ. कंवर ने अपने शरीर को भी समाज की सेवा के लिए दान करने का फैसला किया है, जिससे वे एक नई मिसाल पेश कर रहे हैं।
33 साल तक की लोगों की सेवा
बता दें कि डॉ. कंवर 1977 में स्वास्थ्य विभाग में बतौर चिकित्सक नियुक्त हुए थे। उन्होंने 33 वर्षों तक लोगों की सेवा की। उनके चिकित्सकीय करियर में मरीजों को स्वास्थ्य लाभ देना हमेशा प्राथमिकता रहा। अब भी वह घर पर ही मरीजों का इलाज कर रहे हैं, जबकि उनकी आयु 72 वर्ष हो चुकी है।
यह भी पढ़ें : हिमाचल के डिपुओं में नहीं मिल रहा सस्ता राशन, जानिए क्या है कारण
संपत्ति भी की थी दान
बता दें कि उनकी पत्नी कृष्णा कंवर का 6 दिसंबर 2020 को निधन हो गया था और पत्नी के निधन से पहले ही डॉ. कंवर ने देहदान का निर्णय ले लिया था। उन्होंने कहा कि हमारी कोई संतान नहीं है और दोनों ने मिलकर यह फैसला लिया कि हमारी संपत्ति और हमारे शरीर का उपयोग समाज की भलाई के लिए होगा।
अंगदान करने का लिया निर्णय
डॉ. कंवर ने अपना देहदान संबंधित लिखित आवेदन डॉ. राधा कृष्ण मेडिकल कॉलेज को भेजा है, जिसमें उन्होंने अपनी सहमति जताई है। मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग ने उन्हें पहचान पत्र जारी किया है, ताकि उनके शरीर का सही तरीके से उपयोग किया जा सके।
यह भी पढ़ें : हिमाचल में सब इंस्पेक्टर ने दिखाया वर्दी का रौब- बाजार जा रही महिला से किया अनर्थ
चिकित्सा जगत में छोड़ी अनूठी छाप
डॉ. कंवर के इस निर्णय से न केवल चिकित्सा जगत को बल्कि पूरे समाज को एक गहरी प्रेरणा मिलती है। उनका यह कदम न केवल उनके जीवन के प्रति उनकी समर्पण भावना को प्रदर्शित करता है, बल्कि यह समाज के लिए भी एक सशक्त संदेश है कि व्यक्ति अपनी अंतिम इच्छाओं और संसाधनों के माध्यम से समाज की भलाई में अपना योगदान दे सकता है।