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October 8, 2024

हिमाचल के स्कूलों में शुरू हुआ नया विषय- अब बागवानी सीखेंगे स्कूली बच्चे

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शिमला। हिमाचल प्रदेश फल राज्य के नाम से विश्वभर में मशहूर है। अब हिमाचल बागवानी को लेकर एक नया प्रयोग करने जा रहा है। दरअसल, अब हिमाचल के युवा सेब की पैदावार करना सीखेंगे। पहली बार स्कूल में छात्रों को बागवानी पढ़ाई जाएगी।

पहली बार स्कूलों में पढ़ाई जाएगी बागवानी

आपको बता दें कि हिमाचल में पहली बार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में बागवानी विषय पढ़ाने का अनूठा प्रयास किया जा रहा है। इसमें 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को सेब पैदावार की पूरी जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी। इस संदर्भ में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने उच्च शिक्षा निदेशालय को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश जारी किए हैं। यह भी पढ़ें : हिमाचल में दसवीं पास को मिलेगी नौकरी, कल यहां होगा इंटरव्यू, जानें पूरी डिटेल

छात्र सीखेंगे कैसे होती है बागवानी

जानकारी के अनुसार, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में बागवानी का ये विषय वैकल्पिक तौर पर पढ़ाया जाएगा। इसकी शुरुआत शैक्षणिक सत्र 2025-26 से होगी। इसका ज्यादा फोकस हिमाचल प्रदेश के बागवानी बहुल क्षेत्रों में रहेगा।

आर्थिकी होगी मजबूत

बताया जा रहा है कि ये फैसला हिमाचल में सेब से होने वाली आर्थिकी को और मजबूत करने के लिए लिया गया है। साथ ही बागवानी के प्रति रुचि बढ़ने से युवा नौकरी की तलाश में नहीं भटकेंगे और घर पर रह कर रोजगार प्राप्त कर लाखों की आमदनी कर सकेंगे। यह भी पढ़ें : हिमाचल : एलियास झील के पास पहाड़ी से गिरा युवक, IIT का था छात्र

बागवानी का रहा अहम योगदान

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर का कहना है कि प्रदेश की आर्थिकी में बागवानी का महत्वपूर्ण योगदान है। युवाओं को इससे जोड़ने के लिए बागवानी विषय को स्कूलों में शुरू करने का फैसला लिया गया है। हिमाचल के वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में बागवानी विषय पढ़ाने के लिए इसमें उच्च शिक्षा प्राप्त करने वालों को बतौर शिक्षक नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षक भर्ती के लिए भी नियम और शर्तें तैयार करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि बागवानी विश्वविद्यालय नौणी से चर्चा के बाद भर्ती से संबंधित नियम तैयार किए जाएंगे। बागवानी सिखाने के लिए सेब बहुल क्षेत्रों में एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह भी पढ़ें : हिमाचल में फिर हुआ प्रशासनिक फेरबदल, ओशिन शर्मा को मिली नई जिम्मेदारी

5000 करोड़ रुपए तक पहुंचा सेब का व्यापार

उल्लेखनीय है कि हिमाचल की GDP में सेब की आर्थिकी का महत्वपूर्ण योगदान है, जहां सेब का व्यापार आज पांच हजार करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। इसके अलावा अन्य फलों की पैदावार से भी बागवानों को अच्छी आमदनी हो रही है। ऐसे में बागवानी को प्रदेश में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। समस्या यह है कि आधुनिकता की दौड़ में युवाओं की बागवानी के प्रति रुचि घटती जा रही है, क्योंकि वे शहरों में नौकरियों को प्राथमिकता दे रहे हैं। यह प्रदेश की पांच हजार करोड़ रुपये की सेब आर्थिकी के लिए एक चेतावनी है। इसे देखते हुए, युवाओं में बागवानी के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में बागवानी विषय पढ़ाने की योजना शुरू की जा रही है।

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