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October 15, 2024

हिमाचल का यह गांव हैं वीरभूमि, 38 जवान देश की सरहदों पर संभाल रहे मोर्चा

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लाहौल-स्पीति। हिमाचल के युवा भारतीय सेना में भर्ती होकर देश सेवा करने में हमेशा ही आगे रहते हैं। आज भी प्रदेश के हजारों युवा सरहदों पर देश की रक्षा के लिए तैनात हैं। लेकिन हिमाचल का एक ऐसा भी गांव हैं, जहां के युवाओं में देशभक्ति का जज्बा कूट कूट कर भरा हुआ है। इस गांव के युवाओं की पहली पसंद ही भारतीय सेना में जाना होती है। जिसके लिए यहां के युवा जीतोड़ मेहनत भी करते हैं।

लाहौल स्पीति में है यह गांव

हम बात कर रहे हैं हिमाचल के जनजातीय जिला लाहौल स्पीति के हिंसा गांव के युवाओं की। इस एक गांव के मौजूदा समय में 38 युवा भारतीय सेना में भर्ती होकर सरहद पर देश की रक्षा के लिए तैनात हैं। यही नहीं इस गांव के 12 लोग देश सेवा पूरी कर यानी भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हो कर अपने गांव में आ गए हैं। इस गांव की मिट्टी में ही देश सेवा की महक आती हैं।

72 परिवारों के गांव में 38 युवा कर रहे देश सेवा

स्थानीय लोगों के अनुसार हिंसा गांव में 72 परिवार रहते हैं, जिनके घर से 38 युवा मौजूदा समय में भारतीय सेना में तैनात हैं। जबकि 12 जवान सेवानिवृत्त हो चुके हैं। हालांकि इन रिटायर्ड सैनिकों में तीन की मौत हो चुकी है। सेना के साथ साथ गांव के दो जवान आईटीबीपी और दो जवान एसएसबी में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसी साल अप्रैल 2024 में हुई अग्निवीर भर्ती में भी इस गांव के एक साथ आठ युवा अग्निवीर बने। यह भी पढ़ें : हिमाचल : सवारियों को बीच सड़क उतारना पड़ा महंगा, RTO ने जारी किया नोटिस

गांव के सूर चंद लारजे बने थे पहले फौजी

स्थानीय निवासी जय किशन बताते हैं कि हिंसा गांव के सबसे पहले फौजी सूर चंद लारजे सेना में भर्ती हुए थे। सूर चंद लारजे दूसरे युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनें और उसके बाद युवा सेना में भर्ती होकर देश सेवा करने के लिए आगे आते गए। जय किशन ने बताया कि शायद देश में हमारा ही एक ऐसा गांव हैं, जहां से एक साथ इतने सारे सैनिक देश सेवा कर रहे हैं। यह भी पढ़ें : आज होगा सचिवालय कर्मचारियों का जनरल हाउस, CM सुक्खू के सामने रखेंगे ये मांगे

क्या कहते हैं सेना से रिटायर्ड राम लाल ठाकुर

भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए हिंसा गांव के राम लाल ठाकुर ने बताया कि गांव के युवाओं में भारतीय सेना में जाने को लेकर खासा उत्साह रहता है। इस गांव के सबसे अधिक युवाओं का सेना में भर्ती होने का सबसे बड़ा कारण उनका फिट रहना है। यहां के युवा स्कूली स्तर पर ही खेलों में रुचि दिखाते हैं। इसके अलावा हमारे गांव में गाड़ियों में बहुत कम सफर किया जाता है, ज्यादातर सफर पैदल किया जाता है। जिसके चलते गांव के युवा शारीरिक रूप से पूरी तरह से फिट है। यह भी पढ़ें : हिमाचल की बेटी नेहा दीक्षित इंडियन आइडल के मंच पर बिखेरेगी अपनी आवाज का जादू

गांव के यह लोग हैं सेना में तैनात

हिंसा गांव के धर्म चंद, कर्म चंद, विकास, जितेंद्र, दिनेश, अजय, सुरेश, मनोज, मनीष, संदीप, इकु, अमर, वीर, सुनील, अशोक, अभिजीत, यश, कमलेश, मिंटू, यश, वीर सिंह, सुशील, प्रकाश, विक्की, सुदर्शन, सूरज, राहुल, प्रताप, दीवान, संजीत, सुभाष, विकास, अभिशेख, सूरज, सचिन, राहुल, आशीष, नितिन आदि जो वर्तमान में सेना में अपनी सेवाएं सरहदों पर दे रहे हैं।

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