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April 7, 2024

हिमाचल का लाल: बिना मां-बाप का बेटा खेल रहा नेशनल, है गंभीर बीमारी

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सिरमौर। कहते हैं कि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती है। फिर चाहे मंजिल तक पहुंचने के लिए उन्हें कितनी भी कठिनाइयों का सामना क्यों ना करे पड़े। ऐसा ही एक उदाहरण पेश कर रहा है हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर का रहने वाला 14 साल का शुभम। छोटी सी उम्र में ही मधुमेह जैसी बीमारी से ग्रस्त शुभम हॉकी का एक बहुत अच्छा खिलाड़ी है।

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नेशनल हॉकी खिलाड़ी बन चुका है शुभम
शुभम का इलाज पीजीआई चंडीगढ़ में चल रहा है। मगर शुभम के जज्बे की जितनी सराहना की जाए उतनी ही कम है। शुभम अब एक नेशनल हॉकी खिलाड़ी बन चुका है। हाल ही में मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हॉकी मैच में शुभम ने हिमाचल प्रदेश की टीम के साथ बिहार और छत्तीसगढ़ की टीम को कड़ी टक्कर देते हुए तीसरा स्थान हासिल किया। शुभम हॉकी में गोल्ड मेडल जीतना चाहता है। वह अपनी हिम्मत, मेहनत और भगवान के भरोसे अपनी और अपने भाई-बहनों की तकदीर बदलने निकल पड़ा है। वह अपनी बीमारी को अपने लक्ष्य के बीच नहीं आने देना चाहता है।
छोटी सी उम्र में सिर से उठा माता-पिता का साया
शुभम के माता-पिता भी नहीं है। शुभम और उसके दो भाई-बहनों के पालन पोषण उनकी बूढ़ी दादी कर रही हैं। शुभम ने बताया कि पैसों की कमी के कारण उसका इलाज भी रुक गया है। वह इंसुलिन जैसे इंजेक्शन भी खुद ही लगा रहा है। शुभम ने बताया कि उसका लक्ष्य है कि वह हॉकी खेल में गोल्ड मेडल जीते।
क्या होता है मधुमेह
मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जो एक बार अगर किसी के शरीर को पकड़ लेती है तो जल्दी साथ नहीं छोड़ती है। यह बीमारी तब होती है जब शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है
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