#हिमाचल
May 9, 2025
INS विक्रांत ने बनाया कराची को निशाना: पेशावर में बड़ा ब्लास्ट - कई शहर में बमबारी
पाकिस्तानी विमानों की घुसपैठ नाकाम, कई जेट मार गिराए
शेयर करें:
नई दिल्ली | भारत द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दूसरे चरण में अब नौसेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है। गुरुवार रात के बाद की कार्रवाई में भारतीय युद्धपोत INS विक्रांत ने पाकिस्तान के कराची और ओरमारा बंदरगाहों को निशाना बनाते हुए बड़ी सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया। कराची पोर्ट पर दागी गई मिसाइलों से भारी विस्फोट हुए हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई है। इस हमले के बाद कराची में तेल डिपो और माल गोदामों में आग फैल गई, जिसे कई घंटों बाद भी काबू नहीं किया जा सका।
पाकिस्तानी विमानों की घुसपैठ नाकाम, कई जेट मार गिराए
गुरुवार रात पाकिस्तान की ओर से जम्मू, पठानकोट और जैसलमेर में ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश की गई थी, जिसे भारतीय S-400 और ‘आकाश’ एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही नष्ट कर दिया। भारत ने न सिर्फ इन हमलों को विफल किया, बल्कि जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के तीन लड़ाकू विमान—JF-17, F-16 और एक अवाक्स—को उसकी ही सीमा में मार गिराया। जैसलमेर और अखनूर सेक्टर में दो पाकिस्तानी पायलटों को भारतीय सुरक्षा बलों ने पकड़ भी लिया है।
भारत का जवाब, सीमाओं से सीधे शहरों तक
सेना की ओर से जारी बयान के मुताबिक, जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान के प्रमुख शहरों इस्लामाबाद, लाहौर, कराची, सियालकोट और बहावलपुर में रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाया है। इन शहरों में मिसाइलों और ड्रोन के जरिए टारगेटेड स्ट्राइक्स की गईं, जिनसे पाकिस्तान के कम्युनिकेशन सिस्टम, फ्यूल स्टोरेज और एयरबेस को गंभीर क्षति पहुंची है।
पेशावर में बड़ा धमाका, हालात बेकाबू
उधर, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पेशावर शहर में एक भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें कई लोग हताहत हुए हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह धमाका भारतीय कार्रवाई का हिस्सा था या आतंरिक अस्थिरता का परिणाम। लेकिन यह साफ है कि पाकिस्तान अब सैन्य और आंतरिक दोनों ही मोर्चों पर बुरी तरह घिर चुका है।
INS विक्रांत की भूमिका से भारत का दबदबा मजबूत
इस पूरे ऑपरेशन में INS विक्रांत की भूमिका निर्णायक रही है। अरब सागर में सक्रिय इस विमानवाहक पोत से लॉन्च की गई मिसाइलों ने कराची की समुद्री सुरक्षा को पंगु कर दिया। रक्षा सूत्रों के अनुसार, हमले इतने सटीक और तेज थे कि पाकिस्तान की नौसेना को जवाबी कार्रवाई का मौका ही नहीं मिला।