#हिमाचल
April 11, 2025
हिमाचल में थूक जिहाद का मामला गरमाया , देवभूमि संघर्ष समिति ने शिमला पुलिस पर जड़े आरोप
डीसी को सौंपा ज्ञापन, कहा- ये अघोषित इमरजेंसी
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शिमला। शिमला में कालीबाड़ी रोड पर एक समुदाय विशेष के व्यक्ति पर थूककर चने, नमकीन बेचने का आरोप लगाने वाली देवभमि संघर्ष समिति ने पुलिस के नोटिस के जवाब में डीसी को ज्ञापन सौंपा है।
शुक्रवार को ही शिमला पुलिस ने समिति के 3 सदस्यों को नोटिस भेजकर उनके आरोप के समर्थन में सबूत पेश करने को कहा था। जवाब में समिति का कहना था कि वायरल वीडियो में थूक जिहाद का खुलासा करने वालों को ही पुलिस ने नोटिस दिए हैं। देवभूमि संघर्ष समिति के सहसंयोजक विजय शर्मा ने कहा कि यह हिमाचल प्रदेश में अघोषित इमरजेंसी लगाने जैसा मामला है।
शिमला में तहबाजारी माफिया
इस मामले में समिति के वे तीनों लोग शुक्रवार को ही थाने में पेश हुए, जिन्हें पुलिस ने सबूत पेश करने का नोटिस दिया था। इसके बाद तीनों डीसी दफ्तर पहुंचे और पुलिस पर तानाशाही का आरोप लगा दिया। विजय शर्मा ने कहा कि शिमला पुलिस अब खबर देने वालों को ही नोटिस थमा रही है। लव जिहाद, लैंड जिहाद और तहबाजारी माफिया के खिलाफ आवाज उठाना गलत नहीं है। शिमला में तहबाजारी माफिया काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि डीसी को सौंपे गए ज्ञापन में शिक्षित बेरोजगारों को सड़क पर रेहड़ी-फड़ी लगाने की अनुमति देने की मांग की गई है। अगर इसकी अनुमति नहीं मिली तो वे अपनी लड़ाई को आगे भी जारी रखेंगे।
नोटिस में विजय शर्मा का भी नाम
इससे पहले शिमला पुलिस ने समिति की कल्पना शर्मा, श्वेता और विजय शर्मा को नोटिस भेजकर सबूत दिखाने को कहा था। पुलिस ने नोटिस में कहा है कि अगर वे सबूत नहीं दिखा पाएं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। तीनों ने एक वीडियो जारी कर ये आरोप लगाए थे। वीडियो में दो महिलाओं को रेहड़ी वाले से बहस करते देखा गया। हालांकि, व्यापारी का कहना था कि उसने ऐसा कुछ नहीं किया। उसके बाद विजय और श्वेता ने मीडिया के सामने आरोप लगाए और प्रशासन से कार्रवाई की मांग की थी।