हमीरपुर। हिमाचल के हमीरपुर जिला से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां एक जेल में बंद कैदी ने कंबल का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली है। आत्महत्या करने वाला व्यक्ति दुराचार के मामले में ट्रायल पर चल रहा था और जिला कारागार हमीरपुर में बंद था। कैदी द्वारा आत्महत्या किए जाने से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। वहीं जेल की व्यवस्थाओं की भी पोल खोल कर रख दी है।
दुराचार के केस में चल रहा था ट्रायल
मिली जानकारी के अनुसार जिला कारागार हमीरपुर में दुराचार के एक मामले में ट्रायल पर चल रहे आरोपी ने शौचालय में ग्रिल से फंदा लगाकार आत्महत्या कर ली है। कैदी यह खौफनाक कदम अल सुबह करीब चार बजे उठाया। कैदी ने कंबल को फाड़ कर उसकी रस्सी बना ली और उससे ही शौचालय की ग्रिल से बांध कर फंदा लगा लिया। सूचना मिलते ही जेल अधिकारी के अलावा न्यायिक अधिकारी और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची।
38 साल का युवक 24 फरवरी को पहुंचा था जेल
कड़ी सुरक्षा वाली इस जेल में कैदी ने आत्महत्या क्यों कीए यह एक बड़ा सवाल है। बताया व्यक्ति की पहचान दीप चद पुत्र मदनलाल गांव पथल्यार तहसील बड़सर जिला हमीरपुर उम्र 38 साल ने आत्महत्या की है। मृतक दीप चंद सब जेल हमीरपुर में इसी साल 24 फरवरी को सजा काटने आया था । उसे धारा 376 आईपीसी व पोक्सो एक्ट में सजा हुई थी। जेल में कैदी की मौत ने व्यवस्थाओं को सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है।
अधिकारियों कर्मचारियों की कार्यशेैली जांच के घेरे में आई
कैदी की आत्महत्या से यहां तैनात अधिकारियों तथा कर्मचारियों की कार्यशैली भी जांच के घेरे में आ गई है। मामले की जांच माननीय न्यायाधीश कर रहे हैं। यदि जेल अधिकारियों या कर्मचारियों की कोताही पाई गईए तो उनके ऊपर जांच की गाज गिरना तय है। व्यक्ति की फंदा लगने से हुई मौत की जानकारी परिजनों को भी समय पर नहीं दी गई।
परिजनों ने किया हंगामा, एनएच कर दिया बंद
सुबह चार बजे हुए इस हादसे के बारे में परिजनों को नौ बजे जाकर पता चला। उसके बाद परिजन जिला कारागार के बाहर आकर पहुंचे। परिजनों ने सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए और ग्रामीणों के साथ मिलकर हाईवे भी जाम कर दिया। बड़सर के तहत आने वाली पथलियार पंचायत के पथलियार गांव से संबंध रखने वाले 38 वर्षीय व्यक्ति पर पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज हुआ था।
क्या कर रही पुलिस
वहीं एसडीएम हमीरपुर मुनीष सोनी ने बताया कि हमीरपुर जेल में ट्रायल पर चल रहे कैदी ने फंदा लगाकर जान दी है। मामले की जांच की जा रही है। माननीय न्यायाधीश मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं। फोरेंसिक टीम द्वारा भी साक्ष्य जुटाए गए हैं। मामले में कार्रवाई की जा रही है।