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September 7, 2024

शिमला विवादित मस्जिद पर आज MC कोर्ट में सुनवाई, हिंदू संगठन की नजर फैसले पर टिकी

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शिमला। हिमाचल प्रदेश के जिला शिमला के संजौली में बनी मस्जिद के अवैध निर्माण पर हुए हंगामे के बाद आज नगर निगम (MC) आयुक्त कोर्ट में सुनवाई होगी। यह सुनवाई सुबह 10:30 बजे होनी है। सभी हिंदू संगठनों की नजर इस फैसले पर होगी।

2010 से की जा रही शिकायत

बता दें कि इस मस्जिद से जुड़े अवैध निर्माण को लेकर 2010 से नगर निगम के पास शिकायत पहुंची थी। लेकिन उस समय इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। निगम प्रशासन ने बताया है कि उस समय एक मंजिल और एटिक की मंजिल थी। लेकिन उसके बाद अब 5 मंजिला इमारत खड़ी कर दी गई है। यह भी पढ़ें: हिमाचल : गले में फंसा गुब्बारा, अटक गई सांसे- नहीं रहा 13 साल का मासूम

वक्फ बोर्ड कह चुका अपनी बात

शिमला के चक्कर स्थित कोर्ट में इस मामले को लेकर वक्फ बोर्ड को पार्टी बनाया गया है। बोर्ड इस मामले में पहले भी जवाब दे चुका है। ऐसे में आज होने वाले फैसले में क्या निकल कर सामने आता है ये देखना रहेगा।

44 पेशियां हो चुकी है

बताया जा रहा है कि मामला MC आयुक्त कोर्ट में चल रहा था, सुनवाई के दौरान भी अवैध निर्माण चलता रहा। इस मामले में अब तक 44 पेशियां पहले लग चुकी हैं। वहीं निगम ने भी कई बार इस अवैध निर्माण को रोकने के लिए आदेश दिए लेकिन आदेशों को माना नहीं गया। अब आज ये सुनवाई होनी है। यह भी पढ़ें: हिमाचल : 19 वर्षीय अर्पणा को एक गलती पड़ी भारी, चली गई जा*न

कैसे शुरू हुआ मस्जिद पर विवाद?

दरअसल, बीते शुक्रवार शाम मल्याणा में हिंदू और मुसलमान समुदाय के कुछ लोगों के बीच कहासुनी हो गई। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक स्थानीय दुकानदार यशपाल सिंह को मारा और उसके सिर पर 14 टांके लगे। आपको बता दें कि राजधानी शिमला में करीब 90 के दशक में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिला का सलीम खान नाम का एक शख्स शिमला आया था। यहां आकर उसने दर्जी की दुकान खोली। मगर कुछ महीनों बाद सलीम खान ने अपने क्षेत्र के कई लोगों को धीरे-धीरे यहां बुलाना शुरू कर दिया। जब यहां काफी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग एकत्रित हो गए तो सलीम खान खुद मौलबी बन गया।

वक्फ बोर्ड की जमीन पर बनाई थी एक मंजिला मस्जिद

कुछ साल सलीम खान ने उपमंडल संजौली में वक्फ बोर्ड की जमीन पर एक मस्जिद बना दी। एक मंजिला भवन की अनुमति लेकर सलीम खान ने यहां एक एक कर कई मंजिला खड़ी कर दी और यहां दिन प्रतिदिन इबादत करने वालों की संख्या में भी बढ़ती जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सलीम खान की शह पर दूसरे जिला से मुस्लिम लोग यहां आ रहे हैं और संजौली पर कब्जा जमा रहे हैं। यह भी पढ़ें: हिमाचल का अगला करोड़पति बनने चला था युवक: लग गई 11 लाख की चपत

क्या उठ रहे सवाल?

अब सवाल यह उठ रहा है कि संजौली में अगर एक मंजिला भवन की इजाजत थी, तो कैसे यहां कई मंजिला बना ली गईं। जब इस भवन का निर्माण कार्य चल रहा था, तब प्रशासन कहां सोया हुआ थ। स्थानीय पार्षद को क्यों नहीं दिखा कि यहां अवैध तरीके से एक एक कर मंजिलें बनाई जा रही हैं।

कसुम्पटी में मस्जिद पर विवाद

विरोध प्रदर्शन करते हुए लोगों ने कसुम्पटी में बीच बाजार में हनुाम चालीसा का पाठ भी किया। लोगों का आरोप है कि यह मस्जिद भी दूसरे राज्य से आए लोगों द्वारा अवैध ढंग से चलाई जा रही है। यह लोग घर के लिए ली गई जमीन से मस्जिद चला रहे हैं। बिना किसी की अनुमति के कसुम्टी की इस मस्जिद में कंस्ट्रक्शन का काम किया जा रहा है। यह भी पढ़ें: सरकार ने बैंकों को लिखा पत्र- ना काटे कर्मचारियों की EMI, पैनल्टी भी ना लगाएं

संजौली में हुआ बड़ा विरोध प्रदर्शन

आपको बता दें कि बीते कल संजौली बाजार में मस्जिद के निर्माण को लेकर बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मस्जिद को गिराने की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मस्जिद का निर्माण अवैध है और वहां गैरकानूनी अप्रवासी रहते हैं।

मस्जिद गिराने की उठी मांग

प्रदर्शनकारियों ने हिमाचल में रह रहे बाहरी राज्यों के लोगों की वेरिफिकेशन प्रभावी ढंग से करने की मांग रखी। हिंदू संगठनों की ओर से दो दिनों का अल्टीमेटम दिया गया है। हिंदू संगठन इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने की मांग उठा रहे हैं। यह भी पढ़ें: हिमाचल विधानसभा में हंगामा- माफी मांगे जगत नेगी, विपक्ष ने घेरा

अंदर-अदंर चल रहा काम

कसुमप्टी की पार्षद रचना शर्मा ने कहा कि यहां एक कच्चे ढारे में अवैध रूप से मस्जिद बनाई गई है। उन्होंने कहा कि यहां बड़ी संख्या में लोग नमाज पढ़ने के लिए आते हैं, जबकि यह मस्जिद नहीं है। यहां बाहर से तो कुछ नजर नहीं आता है, लेकिन इसमें निर्माण चल रहा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन ने इस मामले में जांच करने के लिए दो दिन का वक्त मांगा है।

अवैध रूप से चल रही मस्जिद

वहीं, नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर राकेश शर्मा ने कहा कि छोटा शिमला वॉर्ड के अंतिम छोर पर पहले ही अवैध रूप से मस्जिद चल रही है। अब पिछले चार साल से यहां गतिविधियां बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि ये जमीन वक्फ बोर्ड ने सदीक मोहम्मद की पत्नी मुमताज बेगम के नाम पर लीज पर दी थी। मगर उनके बच्चों ने इस जमीन को बाहर से आने वाले लोगों को दे दिया। जिसके बाद से यहां बाहहर के लोगों की संख्या बढ़ना शुरू हो गई है।

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