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March 19, 2024

HRTC में कंडक्टर बनी किसान की बेटी: शिक्षक बनने का था सपना- जिसे बाद में करेंगी पूरा

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मंडी। हिमाचल प्रदेश में रोजगार के कितने कम अवसर हैं, इस सच्चाई से प्रदेश का बच्चा-बच्चा वाकिफ है। सूबे के लाखों युवाओं की डिग्रियां आलमारियों में रखे-रखे धूल खा रही हैं। ताजा खबर मंडी जिले से सामने आई है। यहां स्थित सुंदरनगर उपमंडल के तहत आती मलोह पंचायत के भदरोलु गांव की रहने वाली गीता का चयन हिमाचल पथ परिवहन निगम में बतौर कंडक्टर हुआ है।

BSC, B.Ed, C-TET पास हैं गीता

हमेशा से ही शिक्षक बनने का ख़्वाब संजोए बैठीं गीता के पिता हिम्मत सिंह किसान हैं और माता मीना देवी गृहणी। बचपन से ही अच्छी और होनहार छात्रा रहीं गीता ने 12वीं कक्षा में 85 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। सुंदरनगर गर्ल्स स्कूल से 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद गीता ने MLSM कॉलेज से बीएससी और बीएड का कोर्स पूरा किया। इसके साथ ही उन्होंने टेट और सीटेट की परीक्षा को भी पास किया और शिक्षक बनने का मौका तलाशती रहीं। मगर जब अंततः उन्हें इस राह में कई मुश्किलें मिलीं तो उन्होंने कंडक्टर भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन कर दिया।

बस में टिकट काटते हुए पूरा करेंगी अपना सपना

गौर रहे कि हाल ही में हिमाचल पथ परिवहन निगम की तरफ से कंडक्टर भर्ती परीक्षा के परिणाम घोषित किए गए हैं, जिसमें गीता का भी चयन बतौर कंडक्टर हुआ है। अब आने वाले समय में वह HRTC की बसों में टिकट काटती हुई नजर आएंगी। मगर गीता का शिक्षक बनने का सपना अभी भी उनके दिल में बसा हुआ है। गीता कहती हैं कि वो नौकरी करने के साथ ही साथ अपने ख़्वाब को पूरा करने के लिए प्रयास करती रहेंगी। गीता ने बताया है कि वह शिक्षा विभाग में बतौर प्रवक्ता अपनी सेवाएं देना चाहती हैं। मगर फिलहाल उनकी किस्मत को जो मंजूर है वह उसी दिशा में समर्पण के भाव से कार्य करेंगी।
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