#हिमाचल
May 9, 2025
CM सुक्खू ने बुलाई आपात बैठक: कई जिलों के लिए नई अपडेट- पढ़ें पूरी खबर
पंजाब से सटे जिलों में ब्लैकआउट, लोगों से घरों में रहने की अपील
शेयर करें:
शिमला | देश के 15 प्रमुख शहरों पर पाकिस्तान की ओर से किए गए असफल हमलों के बाद हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है। शुक्रवार रात से ही प्रदेश में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू खुद देर रात तक स्थिति की निगरानी करते रहे और सीमावर्ती जिलों के उपायुक्तों को सतर्क रहने के निर्देश दिए।
पंजाब से सटे जिलों में ब्लैकआउट, लोगों से घरों में रहने की अपील
ऊना और बिलासपुर के उपायुक्तों ने एहतियात के तौर पर ब्लैकआउट एडवाइजरी जारी कर दी है। नागरिकों से घर के भीतर ही रहने और सभी रोशनियों को बंद करने को कहा गया है। ऊना जिला में शनिवार को सभी शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी दफ्तरों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने कांगड़ा डीसी से फोन पर बात कर पंजाब बॉर्डर से सटे क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
धर्मशाला और शिमला एयरपोर्ट बंद, सेना के लिए रिजर्व
राज्य के दो अहम एयरपोर्ट—शिमला और धर्मशाला (गगल)—को फिलहाल अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इन एयरपोर्ट्स का उपयोग अब केवल सैन्य जरूरतों के लिए किया जा सकेगा। सूत्रों के मुताबिक, सेना के लिए रनवे पूरी तरह तैयार रखे गए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में कार्रवाई की जा सके।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में शनिवार को होगी उच्चस्तरीय बैठक
प्रदेश में सुरक्षा हालात की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शनिवार को आपात बैठक बुलाई है। इसमें मुख्य सचिव, गृह विभाग के अधिकारी, पुलिस महानिदेशक और चारों रेंज के डीआईजी हिस्सा लेंगे। बैठक में विशेषकर सीमावर्ती जिलों, बिजली परियोजनाओं, तीर्थ स्थलों और पर्यटन केंद्रों की सुरक्षा पर चर्चा होगी।
पर्यटन स्थलों पर पैनी नजर, संदिग्धों पर निगरानी तेज
धर्मशाला, शिमला, मनाली, खजियार और मैक्लोडगंज जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। प्रदेश में प्रवेश करने वाले संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस मुख्यालय ने सभी रेंज को सतर्क रहकर निरंतर अपडेट देने को कहा है।
राजधानी शिमला में आपात बैठक, लोगों को जागरूक रहने की अपील
शिमला में देर रात डीसी कार्यालय में एक आपात बैठक आयोजित की गई, जिसमें स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन के अधिकारी शामिल हुए। बैठक में निर्देश दिया गया कि यदि सायरन बजता है तो नागरिक तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाएं और किसी भी अफवाह से बचें। प्रशासन ने लोगों से कहा है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस या प्रशासन को दें।
सरकार सतर्क, जनता से सहयोग की अपील
मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार नरेश चौहान ने बताया कि स्थिति पर सरकार लगातार नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा, “जहां ज़रूरत होगी, वहां ब्लैकआउट किया जाएगा और जनता से सहयोग की अपेक्षा है।” उन्होंने यह भी बताया कि सभी उपायुक्तों को स्थानीय स्तर पर निर्णय लेने की पूरी छूट दी गई है ताकि त्वरित कार्रवाई संभव हो सके।