धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश में 10वीं और 12वीं के 37 ऐसे विद्यार्थी हैं, जिन्होंने पांच साल में 9 बार परीक्षा दी, लेकिन फिर भी वह पास नहीं हो सके। इन 37 विद्यार्थियों ने हिमाचल प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय (SOD) के तहत 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं दी थी। लेकिन यह छात्र इस बार भी पास नहीं हुए है। इनमें 19 छात्र 10वीं कक्षा के हैं, जबकि 18 विद्यार्थी 12वीं कक्षा के शामिल हैं।
5 साल में 9 बार दी परीक्षा
बड़ी बात यह है कि यह विद्यार्थी पिछले पांच साल से परीक्षा दे रहे हैं, लेकिन हर बार यह फेल हो रहे हैं। इन छात्रों ने पांच साल में 9 बार परीक्षा दी, लेकिन हर बार रिजल्ट उनके अनुरूप नहीं आया। इन छात्रों को परीक्षा पास करने का अंतिम मौका बोर्ड ने सितंबर 2024 में दिया था। लेकिन यह इस बार भी सफल नहीं हो सके और सभी अनुत्तीर्ण हो गए हैं।
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हर बार हुए फेल
अब इन छात्रों को अगली बार परीक्षा देने के लिए एसओएस की परीक्षा के लिए दोबारा अपना पंजीकरण करवाना होगा। उसके बाद ही यह छात्रा परीक्षा दे सकेंगे। पंजीकरण करवाने के बाद बोर्ड इन छात्रों को एक बार फिर 9 मौके अपनी परीक्षा पास करने के लिए देगा। बताया जा रहा है कि पांच साल में 9 बार परीक्षा देने वाले इन छात्रों में कईयों ने सभी विषयों की परीक्षा दी।
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एसओएस के तहत दे रहे थे परीक्षा
इनमें कई विद्यार्थी ऐसे भी हैं, जिन्होंने केवल एक या दो विषयों की ही परीक्षा को पास करना था, बावजूद इसके वह हर बार फेल होते रहे और अपनी परीक्षा पास नहीं कर सके। परीक्षा पास नहीं कर पाने के चलते बोर्ड ने फिलहाल इन्हें अयोग्य करार दे दिया है। अब एक बार फिर पंजीकरण करवाने के बाद यह छात्र बोर्ड की परीक्षा दे सकेंगे।
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क्या बोले शिक्षा बोर्ड के सचिव
जानकारी देते हुए हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के सचिव डॉ विशाल शर्मा ने बताया कि शिक्षा बोर्ड ने सोमवार को एसओएस परीक्षाआंे का परिणाम घोषित किया था। जिसमें 10वीं और 12वीं कक्षा के 37 छात्र फेल हुए हैं।
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यह अभ्यर्थी पिछले पांच साल से परीक्षा दे रहे हैं, लेकिन हर बार परीक्षा में फेल हो जाते हैं। इन्हें बोर्ड ने परीक्षा पास करने के लिए नौ मौके दिए पर फिर भी यह परीक्षा पास नहीं कर पाए। अब इन्हें एक बार फिर पंजीकरण करवाना होगा, उसके बाद ही यह लोग दोबारा परीक्षा में बैठ सकेंगे।