#अपराध
June 14, 2025
विमल नेगी मामला: हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट पेश करेगी CBI, हो सकती है कई गिरफ्तारियां
हाईकोर्ट में अहम सुनवाई से पहले जुटी CBI
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में विमल नेगी केस की परतों को खोलने में CBI एड़ी चोटी का जोर लगाती नजर आ रही है। विमल नेगी की रहस्यमयी मौत की जांच में CBI को कई सुराग हाथ लगे है। ऐसे में माना जा रहा है कि 16 जून को CBI हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट पेश कर सकती है।
बताते चलें कि इसी दिन इस केस में आरोपी बनाए गए आईएएस अधिकारी और पावर कार्पोरेशन के पूर्व एमडी हरिकेश मीणा को मिली अंतरिम राहत की भी समीक्षा होनी है। ऐसे में माना जा रहा है कि किसी ठोस सबूत के साथ ही CBI हाईकोर्ट में पेश होगी।
CBI ने बीते कल यानी शुक्रवार को केस से जुड़े सभी रिकॉर्ड की दोबारा पड़ताल की और अब तक हुई पूछताछ के बयानों का मिलान कर रही है। सूत्रों के अनुसार, CBI कुछ अहम गिरफ्तारियों की तैयारी में भी है, जिससे पूरे राज्य में इस केस को लेकर हलचल और उत्सुकता दोनों बढ़ गई है।
इस बीच, सोशल मीडिया पर वायरल हुई पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने विमल नेगी की मौत को और रहस्यमयी बना दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, उनके फेफड़े सड़ चुके थे, लेकिन न तो फेफड़ों में और न ही पेट में पानी की मौजूदगी पाई गई। यह रिपोर्ट एम्स बिलासपुर के डॉक्टरोंडॉ. जसमीत जैन और डॉ. विपिन ने 19 मार्च को की थी।
चूंकि शव गोबिंद सागर झील से बरामद हुआ था और मौत डूबने से हुई बताई गई थी, ऐसे में पानी का न पाया जाना मौत की परिस्थितियों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। यह संकेत करता है कि शायद मौत कहीं और हुई और शव बाद में झील में डाला गया।
उधर, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने भी इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर सरकार और जांच एजेंसियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि छाती और पेट में पानी का न पाया जाना कई अनुत्तरित प्रश्न खड़े करता है। यह सिर्फ डूबने का मामला नहीं लगता। उन्होंने मांग की कि इस केस की जांच को और अधिक गंभीरता से लिया जाए और दोषियों को सामने लाया जाए।
CBI की जांच में फिलहाल कई ऐसे अफसरों और कर्मचारियों के नाम भी शामिल हो सकते हैं जो या तो इस पूरे प्रकरण से प्रत्यक्ष तौर पर जुड़े हैं या फिर उन्हें कुछ मालूम था लेकिन उन्होंने चुप्पी साधी। सूत्रों का दावा है कि CBI के पास कुछ चौंकाने वाले तकनीकी सबूत हैं, जिनके आधार पर अगले कुछ दिनों में पूछताछ और गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
16 जून की सुनवाई इस केस में निर्णायक साबित हो सकती है। अगर CBI कोर्ट में ठोस स्टेटस रिपोर्ट रखती है, तो जांच की दिशा और तेज हो सकती है। साथ ही, पूर्व एमडी हरिकेश मीणा को मिली अंतरिम राहत पर भी फैसला आ सकता है।