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October 1, 2024

हिमाचल : फर्जी व्हाट्सऐप ग्रुप और ऐप ने किया शिकार, लगी 20 लाख की चपत

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मंडी। हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के तहत आते सुंदरनगर से ऑनलाइन ठगी का एक और मामला सामने आया है। जहां एक युवक के साथ सस्ते दाम में शेयर खरीदने के नाम पर 20 लाख की ठगी हुई है। युवक ने पुलिस थाना सुंदरनगर में इस बाबत रिपोर्ट दर्ज करवाई है।

सस्ते शेयर और आईपीओ खरीदने के नाम पर ऐंठे पैसे

बता दें कि पीड़ित ने फेसबुक पर एक फर्जी विज्ञापन देखा और फिर एक धोखेबाज़ व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़ गया। जहां ऑनलाइन सस्ते शेयर और आईपीओ खरीदने की चाहत में एक व्यक्ति के साथ 20 लाख रुपए की ठगी हुई है। ठगों ने उसे एक फर्जी ऐप डाउनलोड करवाने के बाद हर रोज मुनाफा दिखाना शुरू किया, जिससे वह धोखे में रहा। यह भी पढ़ें : ना प्रचार किया, ना मांगे वोट; फिर भी 3 पुरुषों को हराकर चुनाव जीत गई महिला

20 लाख रूपए लगाए

वहीं, जब पीड़ित ने अपनी राशि निकालने की कोशिश कीतो ठगों ने उससे छह लाख रुपए टैक्स के नाम पर मांगे। इस पर पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ और उसने साइबर क्राइम पुलिस थाना मंडी में शिकायत दर्ज करवाई। यह भी पढ़ें : हिमाचल पर मेहरबान मोदी सरकार: खत्म कर दी CM सुक्खू की सबसे बड़ी परेशानी

क्या कहती है पुलिस

उधर, पुलिस ने बताया कि पीड़ित ने इंटरनेट बैंकिंग के जरिए सात ट्रांजेक्शन में पैसे ठगों के खातों में डाले। साइबर क्राइम थाना के एएसपी मनमोहन सिंह ने कहा कि मामले की जांच जारी है। उन्होंने चेतावनी दी कि लोगों को ऐसे प्रलोभनों से बचना चाहिए। अगर कोई साइबर क्राइम का शिकार हो चुका है, तो वह तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या पुलिस थाना मंडी के लैंडलाइन नंबर 01905-226900 पर संपर्क करें। यह भी पढ़ें: मंत्री अनिरुद्ध जयराम ठाकुर पर बरसे- “घर में बेले बैठे कोई काम नहीं है”…

कैसे करें बचाव 

यह घटना वास्तव में चिंताजनक है और यह दर्शाती है कि साइबर ठगों की चालाकी कितनी बढ़ गई है। ऐसे मामलों में, लोगों को सतर्क रहना बेहद जरूरी है। फर्जी विज्ञापनों और ऐप्स के जरिए ठगी का शिकार होने से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं: संदेहास्पद लिंक से दूर रहें: किसी भी अनजान लिंक या ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें। यह भी पढ़ें: हिमाचल: 50 साल बाद चूड़धार में होगा शांद महायज्ञ, 5 क्विंटल फूल से सजेगा मंदिर फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया विज्ञापनों पर भरोसा न करें: हमेशा विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें। बैंकिंग जानकारी साझा न करें: किसी भी स्थिति में अपनी व्यक्तिगत या बैंकिंग जानकारी को अनजान लोगों के साथ साझा न करें। साइबर क्राइम हेल्पलाइन का उपयोग करें: अगर आपको किसी भी प्रकार का संदेह है, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर संपर्क करें। यह भी पढ़ें : देश की रक्षा करते शहीद हुआ हिमाचल का जवान- आज घर पहुंचेगी पार्थिव देह समाचारों और एडवाइजरी पर ध्यान दें: स्थानीय पुलिस या साइबर क्राइम विभाग द्वारा जारी की गई एडवाइजरी का पालन करें। आपके साथ ऐसा न हो, इसके लिए जागरूकता बहुत महत्वपूर्ण है। अगर कोई ठगी का शिकार हो जाए, तो उसे तुरंत रिपोर्ट करना चाहिए।

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