शिमला। हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ समय से सरकारी कर्मचारियों द्वारा रिश्वत लेने के कई मामले सामने आ रहे हैं। चंद रुपयों के लिए पुलिस कर्मी, पटवारी जैसे पदों पर कार्यरत कर्मी अपना ईमान बेच रहे हैं। ताजा मामला हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से सामने आया है। जहां एक पुलिस कर्मचारी ने वर्दी को दागदार किया है।
कांस्टेबल ने मांगी रिश्वत
दरअसल, शिमला के SP दफ्तर में रीडर के पद पर तैनात रहे एक कांस्टेबल को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। रीडर ने एट्रोसिटी से जुड़े एक मामले को रफा-दफा करने के लिए 60 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी।
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विजिलेंस ने बिछाया जाल
जानकारी के अनुसार, मामले की सूचना शिकायतकर्ता ने विजिलेंस को दी। जिसके आधार पर विजिलेंस द्वारा प्राथमिक जांच की गई और आरोपित को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। विजिलेंस ने पीड़ित को रिकॉर्डर दिया- जिसमें आरोपित और पीड़ित के बीच पैसों के लेन-देन की बातचीत रिकॉर्ड हो गई।
DSP का रीडर था कांस्टेबल
इसी के चलते बुधवार शाम विजिलेंस ब्यूरो के एक विशेष दस्ते द्वारा आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की पहचान संदीप कुमार के रूप में हुई है- जो कि SP दफ्तर में DSP का रीडर तैनात था। विजिलेंस की कार्रवाई के बाद आरोपी को SP दफ्तर से हटाकर पुलिस लाइन कैंथू में तैनात किया गया था।
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60 हजार रुपए मांगी थी रिश्वत
रीडर संदीप कुमार पर आरोप है कि उसने पुलिस थाना न्यू शिमला में अनुसूचित जाति व जनजाति अधिनियम के तहत दर्ज एक मामले तो रफा-दफा करने के लिए करीब 60 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। इतना नही नहीं उसने पीड़ित से 10 हजार रुपए भी लिए थे।