सिरमौर। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के 21 वर्षीय रोहित चौहान की मौत के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। मामले में पुलिस को लीड मिली है कि रोहित के दोस्तों ने रोहित की मौत की घटना को छिपाने की साजिश रची थी।
दोस्तों ने फेंक दिया था रोहित का शव
रोहित के शव को सड़क पर फेंकने और घटना को छिपाने के जुर्म में पुलिस ने रोहित के दोस्तों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हालांकि, अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जांच के बाद मामले की दिशा बदल सकती है।
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11 सितंबर से था लापता
आपको बता दें कि रोहित चंडीगढ़ में एक होटल में काम करता था। परिजनों ने बीती 11 सितंबर को रोहित की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जिसके बाद पुरुवाला पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने रोहित की अंतिम काल के आधार पर मामले की जांच शुरू की। इस दौरान पुलिस को पता चला की रोहित ने आखिरी काल कुल्लू के आनी क्षेत्र के एक युवक की आई थी।
लड़की से मिलने गया था रोहित
इसके बाद युवक ने आनी के युवक की तलाश शुरू कर दी। मगर उसका फोन स्विच ऑफ पाया गया। इसी बीच उसकी लोकेशन शिमला मिली, लेकिन पुलिस टीम के शिमला पहुंचने से पहले ही युवक वहां से कहीं चला गया था। इसी के चलते पुलिस ने युवक के परिजनों को सर्विलांस पर लिया। इससे पुलिस को युवक को पकड़ने में सफलता मिली।
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लड़की और दोस्त ने खोला राज
पूछताछ में युवक ने पुलिस को बताया कि वे पंजाब के बलौंगी गांव में एक लड़की से मिलने गए थे। फिर पुलिस ने उस लड़की को भी हिरासत में लिया। दोनों ने पूछताछ में पुलिस टीम को बताया कि रोहित की मौत के बाद उसके शव को सड़क पर फेंका गया था।
कैसे हुई रोहित की मौत?
मामले की पुष्टि करते हुए SP पांवटा साहिब ने बताया कि बीती रात को पुलिस ने गैर इरादतन हत्या व धारा 105 और धारा 238 के तहत युवती और युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अभी रोहित की मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। फिलहाल, मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है।
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आखिरी बार देख भी नहीं पाए परिजन
आपको बता दें कि पंजाब पुलिस को सड़क किनारे रोहित का शव पड़ा मिला था। मगर उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी। जिसके चलते स्थानीय पुलिस ने लावारिस शव को बरामद कर एक इश्तहार भी जारी करवाया था। मगर कई दिनों तक शव की शिनाख्त नहीं हो पाई तो पुलिस ने शव का 14 सितंबर को अंतिम संस्कार कर दिया गया था। हालांकि, विसरा सुरक्षित रखा गया था।
कपड़ों और फोटो से की बेटे की पहचान
परिजनों ने 17 सितंबर को बलौंगी पुलिस थाने में जाकर कपड़ों और फोटो से बेटे की पहचान की थी। बताया जा रहा है कि रोहित बीती 8 सितंबर की रात को चंडीगढ़ बस स्टेंड से खरड़ के बलौंगी के लिए निकला था। इसके बाद से ही उसका फोना बंद आ रहा था।