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September 27, 2024

रिटायर HAS को किया हाउस अरेस्ट, CBI ऑफिसर बनकर शातिर ने लूटे 73 लाख

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हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश में ऑनलाइन फ्रॉड और धोखाधड़ी के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। सूबे के कई लोगों को शातिर ठगी का शिकार बना रहे हैं और लाखों रुपए का चूना लगा रहे हैं। शातिर ठगी करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। अब ताजा मामले में शातिरों ने CBI ऑफिसर बन कर ठगी को अंजाम दिया है।

रिटायर HAS से हुई ऑनलाइन ठगी

मामला हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला से सामने आया है। यहां शातिरों ने एक रिटायर HAS अधिकारी को लाखों रुपए की चपत लगाई है। ऑनलाइन जालसाजों ने रिटायर अधिकारी को अपने ही घर में कई घंटों तक डिजिटल अरेस्ट में रखा। यह भी पढ़ें: हिमाचल : बस स्टेंड की तरफ जा रहा था युवक, सड़क पार करते टेंपो ने कुचला

बैंक अकाउंट का हो रहा गलत इस्तेमाल

जानकारी के अनुसार, ठगों ने अधिकारी को बताया कि उनका बैंक अकाउंट हैदराबाद में आतंकी गतिविधियों में प्रयोग हो रहा है। आतंकी गतिविधियों का नाम सुनते ही अधिकारी घबरा गए और ठगों के जाल में फंसते चले गए। ठगों ने यह भी कहा कि यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है, इसलिए उन्हें किसी से चर्चा करने से मना कर दिया गया।

CBI ऑफिसर बन किया डिजिटल अरेस्ट

इस घटना की शुरुआत 4 सितंबर को हुई जब अधिकारी को एक अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन पर ठग ने खुद को CBI का ऑफिसर बताया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ 12 घंटे का डिजिटल अरेस्ट वारंट जारी किया है। इसके बाद ठगों ने वीडियो कॉल के जरिए अधिकारी को 12 घंटे तक निगरानी में रखा। यह भी पढ़ें: हिमाचल के 7 जिलों में अलर्ट : जीवन पर संकट- सड़कें-पुल टूटे, स्कूल बंद

73 लाख रुपए का लगाया चूना

इस दौरान ठगों ने कई बार फर्जी CBI अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात कराई। अधिकारी को इस दौरान डराया-धमकाया गया और उन्हें मानसिक रूप से दबाव में रखा गया। ठगों ने 4 से 12 सितंबर के बीच कुल 73 लाख रुपए की राशि अधिकारी से ट्रांसफर करवा ली।

ठगों ने HAS को डराया-धमकाया

ठगों ने अधिकारी को यह विश्वास दिलाया कि तीन दिनों के अंदर उनकी पूरी राशि उन्हें वापस कर दी जाएगी। अधिकारी ने अपने परिवार के नाम पर जमा की गई सारी धनराशि भी ठगों के बताए खातों में ट्रांसफर कर दी। जब तीन दिन बीतने के बाद भी राशि वापस नहीं आई, तब ठगों ने अधिकारी को धमकी देना शुरू कर दिया कि अब उनकी जमीन की जांच भी कराई जाएगी। यह भी पढ़ें: हिमाचल में कल यहां होगा पूर्व सैनिक भर्ती मेला, भरे जाएंगे इतने पद

ठगी का हुआ शक

जब अधिकारी को ठगी का शक हुआ तो उन्होंने तुरंत साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, मंडी रेंज से संपर्क किया। अधिकारी की त्वरित प्रतिक्रिया के बाद पुलिस ने ठगी की इस घटना पर कार्रवाई शुरू की और जांच का आदेश दिया।

फर्जी कॉल आने पर बरतें सावधानी

साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के ASP मनमोहन सिंह ने जानकारी दी कि अब तक 21 लाख रुपए की राशि बैंक खातों में फ्रीज कर दी गई है। उन्होंने कहा कि कोर्ट के माध्यम से यह राशि अधिकारी को वापस दिलाई जाएगी। उन्होंने जनता से अपील की है कि इस प्रकार की ठगी से न घबराएं और तुरंत साइबर पुलिस से संपर्क करें।उन्होंने लोगों को सलाह दी है कि किसी भी प्रकार के फर्जी कॉल आने पर सावधानी बरतें और तुरंत 1930 पर साइबर क्राइम की शिकायत करें।

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