मंडी। हिमाचल प्रदेश में सुंदरनगर में स्थित निजी नर्सिंग संस्थान के हॉस्टल में हुई छात्रा की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। नर्सिंग छात्रा अंजना की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर परिजनों ने SP ऑफिस का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया है। गुस्साए परिजनों ने SP ऑफिस में घुसने की कोशिश भी की।
हत्या को बता रहे आत्महत्या
मृतका के परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी ने आ्त्महत्या नहीं की है- उसकी हत्या की गई है। उन्होंने पुलिस पर केस को दबाने का आरोप लगाया है और दावा किया है कि पुलिस मामले की सच्चाई को छिपा रही है।
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केस को दबा रही पुलिस
मृतका के पिता भगत राम का कहना है कि जब वे अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने देखा कि उनकी बेटी के सिर पर ही चोटें थीं। जबकि, उन्ह़ें कहा गया था कि वह चौथी मंजिल से गिरी है। उन्होंने कहा कि पुलिस तथ्यों को छुपाने और केस को दबाने की कोशिश कर रही है।
सिर्फ सिर पर ही चोट के निशान कैसे?
मृतका के परिजनों का सवाल है कि यदि उनकी बेटी अंजना ठाकुर चौथी मंजिल से गिरी थी तो सिर के अलावा उसके शरीर के अन्य हिस्सों में चोट क्यों नहीं थी। हॉस्टल के CCTV भी खराब होने की बात कही जा रही है। उन्होंने कहा कि मामले की शिकायत पुलिस को दी गई है, लेकिन फिर पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।
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उग्र प्रदर्शन की दी चेतावनी
परिजनों का कहना है कि पूरी तरह से पुलिस के साथ सहयोग करने को तैयार हैं। मगर उन्हें FIR दर्ज करवाने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। उनका आरोप है कि पुलिस के अनुसार, पुलिस टीम को घटनास्थल से कोई सबूत नहीं मिले हैं। जबकि, हॉस्टल की अन्य लड़कियों के बयान विरोधाभासी हैं। उन्होंने प्रशासन और सरकार से न्याय की मांग की और चेतावनी दी कि जल्द न्याय नहीं मिला तो वे उग्र प्रदर्शन करेंगे।
हर पहलू की हो रही गहनता से जांच
उधर, SP साक्षी वर्मा का कहना है कि पुलिस टीम द्वारा सभी तथ्यों की गहनता से जांच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का दौरा कर साक्ष्य जुटाए हैं। मामले में निष्पक्ष जांच की जा रही है।
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क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि अंजना ठाकुर जिला मंडी के तहत आते विधानसभा क्षेत्र सिराज के गुराण गांव की रहने वाली थी। जो कि अक्तूबर 2024 को ही सुंदरनगर के एक निजी संस्थान के हॉस्टल में रहने आई थी। मगर बीती 23 अक्तूबर की रात को हॉस्टल की तीसरी मंजिल से संदिग्ध परिस्थितियों में गिर गई थी। इसके बाद इलाज के दौरान मैक्स अस्पताल मे उसकी मौत हो गई।
मामले में मृतका के परिजनों ने हॉस्टल की लड़कियों पर उनकी बेटी को टॉर्चर करने और रैगिंग करने के आरोप लगाए हैं। मृतका के परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। अंजना के साथ जब ये घटना घटी तब अंजनी को अभी अपने गांव गुराण से सुंदरनगर आए हुए हफ्ता भी नहीं हुआ था। अंजना ने कुछ दिन पहले ही निजी शिक्षण संस्थान में एडमिशन ली थी। अंजना पोस्ट बेसिक नर्सिंग में प्रथम वर्ष की छात्रा थी।
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परिजनों ने जड़े गंभीर आरोप
अंजना के परिजनों का कहना है कि घटना वाली रात हॉस्टल में कोई पार्टी चल रही थी। संस्थान पुलिस को सच नहीं बता रहा है और घटना से जुड़े तथ्य छिपा रहा है। उन्होंने कहा कि अंजना ने उन्हें बताया कि पासआउट लड़कियां हॉस्टल में टॉर्चर करती हैं और रैगिंग भी करती हैं। जिस कारण कुछ लड़कियों ने हॉस्टल भी छोड़ दिया है।
क्या हुआ हमारी बेटी के साथ?
परिजनों का कहना है कि घटनास्थल पर खून तक के निशान नहीं थे। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें अंजना के गिरने की सूचना मिलने से पहले घटना की सूचना उसकी रूममेट की मां को दी गई। वो हमसे पहले ही मौके पर पहुंच गई थी। उन्होंने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस ने निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उस रात हॉस्टल में क्या हुआ इस बात की सच्चाई हमसे छिपाई जा रही है।