#अपराध

September 6, 2024

हिमाचल : 19 वर्षीय अर्पणा को एक गलती पड़ी भारी, चली गई जा*न

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ऊना। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में एक 19 वर्षीय युवती की जहरीला पदार्थ निगलने से मौत हो गई है। मृतका की पहचान अर्पणा कुमारी के रूप में हुई है- जो कि राजपुरा, बंगाणा की रहने वाली थी।

जहरीला पदार्थ निगलने से युवती की मौत

बताया जा रहा है अर्पणा ने गलती से किसी जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था। इसके बाद परिजनों द्वारा उसे क्षेत्रीय अस्पताल ऊना लाया गया। जहां पर मौजूद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह भी पढ़ें: हिमाचल : गले में फंसा गुब्बारा, अटक गई सांसे- नहीं रहा 13 साल का मासूम

मौत के असली कारणों का खुलासा

अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि युवती ने जहरीले पदार्थ का सेवन गलती से किया है या जानबूझकर। फिलहाल, पुलिस टीम मामले की जांच-पड़ताल में जुटी हुई है। पुलिस टीम द्वारा परिजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। मामले की पुष्टि करते हुए DSP हेडक्वार्टर अजय ठाकुर ने बताया कि पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। अभी युवती की मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। मौत के असली कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा। यह भी पढ़ें: हिमाचल विधानसभा में हंगामा- माफी मांगे जगत नेगी, विपक्ष ने घेरा

हिमाचल से जुड़ी यह दो खबरें भी पढ़ें:

चलती कार पर पहाड़ी से गिरे पत्थर, अंदर थे 4 यार

यह हादसा बिलासपुर जिला में पेश आया है। यहां किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर टनल नंबर-2 थापना के पास एक चलती कार पर पहाड़ी से पत्थर गिर गए हैं। हादसे के वक्त कार में चार लोग सवार थे। हादसे में कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। हादसे में कार सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई है। जबकि, तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह चारों लोग कार में सवार होकर पंजाब की ओर जा रहे थे। इसी दौरान किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर टनल नंबर-2 थापना के पास अचानक उनकी कार पर …पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

गले में फंसा गुब्बारा, थम गई मासूम की सांसें

यह दुखद हादसा कांगड़ा जिले के ज्वाली में पेश आया है। यहां सरकारी पाठशाला सिद्धपुरघाड़ में पढ़ने वाले 13 वर्षीय बच्चे की गले में गुब्बारा फंसने के कारण मौत हो गई है। बच्चे की मौत के बाद से पूरे क्षेत्र में माहौल गमगीन है। 13 साल का विवेक कुमार घर से स्कूल के लिए निकला था। विवेक सरकारी पाठशाला सिद्धपुरघाड़ में आठवीं कक्षा का छात्र था। विवेक के पिता दिहाड़ी-मजदूरी करते हैं और विवेक का मां गृहिणी हैं। विवेक की एक बड़ी बहन भी है- जो कि जमा दो कक्षा में पढ़ती है। विवेक के माता-पिता को क्या पता था कि जिस बेटे को वो तैयार करके स्कूल के लिए भेज रहे हैं वो उनके बेटे...पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

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