#अपराध

July 16, 2024

नवोदय विद्यालय में रैगिंग: सीनियर छात्रों के कपड़े ना धोने पर पीट दिए 10वीं के छात्र

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शिमला। हिमाचल प्रदेश में शिक्षण संस्थानों की सख्ती के बाद भी रैगिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं। ऐसा ही एक मामला हिमाचल की राजधानी शिमला से सामने आया है। यहां जवाहर नवोदय विद्यालय ठियोग में सीनियर छात्रों ने ना सिर्फ अपने जूनियर छात्रों की रैगिंग की बल्कि उसने मारपीट भी की है।

जूनियर से कपड़े धुलवा रहे थे सीनियर मना करने पर की मारपीट

इस मारपीट में स्कूल के पांच बच्चों के कान आंख और मुंह में चोटें आई हैं। इन पीड़ित छात्रों से रैगिंग के नाम पर सीनियर छात्र अपने कपड़े धुलवा रहे थे। जब जूनियर छात्रों ने कपड़े धोने से इंकार कर दिया तो सीनियर छात्रों ने इनके साथ जमकर मारपीट की। मामला 13 जुलाई की रात करीब 11 बजे का है। जब 12वीं के छात्रा हॉस्टल में 10वीं कक्षा के छात्रों के पास पहुंचे और अपने कपड़े धोने को कहा। यह भी पढ़ें: कमजोर मानसून पकड़ेगा रफ्तार: 6 दिन नहीं मिलेगी राहत; येलो अलर्ट जारी इंकार करने पर सीनियर ने जूनियर की पिटाई करना शुरू कर दिया। इसी बीच 10वीं के दो छात्र हॉस्टल से बाहर भागे और स्कूल परिसर में लगे टेलिफोन बूथ से एक छात्र ने अपने पिता को फोन कर सारी जानकारी दी।

छात्र ने रात को फोन कर पिता को दी रैगिंग की जानकारी

बेटे का फोन कटते ही छात्र के पिता सुरेंद्र सिंह ने इसकी जानकारी हाउस टीचर को दी। लेकिन हाउस टीचर उस दिन छुट्टी पर थी। जिसके चलते सुरेंद्र सिंह ने स्कूल प्रिंसिपल संजीता शौनिक को इस घटना की जानकारी दी। स्कूल प्रिंसिपल फोन सुनने के पांच मिनट में ही हॉस्टल पहुंच गई और वहां मौजूद छात्रों की लड़ाई को रोका।

सीनियर मांगते हैं जूनियर से पैसे

छात्र के पिता सुरेंद्र ने बताया कि सीनियर छात्र जूनियर से पैसे भी मांगते हैं। हॉस्टल में इस तरह से हुई रैगिंग और मारपीट के बाद हॉस्टल वार्डन और हाउस टीचर की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग गए हैं। इस घटना के बाद बच्चों के अभिभावक भी सकते में आ गए हैं।
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इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि बोर्डिंग स्कूल में बच्चे कई कई महीनों तक अपने परिजनों से दूर स्कूल प्रबंधन के भरोसे रहते हैं। ऐसे में यदि परिजनों की गैर मौजूदगी में उनके बच्चों के साथ रैगिंग व मारपीट रोकना हॉस्टल वार्डनए हाउस टीचर और स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी बनती है।

परिजनों की शिकायत के बाद हरकत में आया प्रशासन

छात्रों के अभिभावकों ने आरोप लगाया कि 12वीं के छात्र 10वीं के छात्रों के कमरे में जाते हैं तो इसकी जानकारी हॉस्टल वार्डन या हाउस टीचर को क्यों नही होती है, ये जांच का विषय है। यह भी पढ़ें: हिमाचल में होनी थी 108 किलो सोने की डील, दो आरोपी अरेस्ट; जानें डिटेल परिजनों की शिकायत के बाद स्कूल प्रबंधन के हाथ-पांव फूल गए हैं। स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। तहसीलदार ठियोग ने खुद स्कूल पहुंचकर प्रबंधन व छात्रों के परिजनों के साथ मीटिंग की और जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी

ज्वाहर नवोदय विद्यालय ठियोग की प्रिंसिपल संजीता शौनिक ने बताया कि उन्होंने हॉस्टल पहुंचकर लड़ाई को रोका। दोषी छात्रों और वॉर्डन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन क्लीन अप चलाकर सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में कोई भी छात्र स्कूल में रैगिंग और मारपीट की हिम्मत न कर पाए।

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