सिरमौर। हिमाचल प्रदेश में पिछले तीन दिनों से इस बात को लेकर बवाल मचा था कि सिरमौर जिला स्थित कालाअंब थाने का एक हेड कांस्टेबल लापता है। सोशल मीडिया पर उसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा था। साथ ही उसकी पत्नी ने मीडिया के सामने आकर प्रदेश के मुखिया सुखविंदर सिंह सुक्खू से मदद की गुहार भी लगाई थी।
ट्यूबवेल के पास कर रहा था आराम
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मगर कल देर शाम को लापता हेड कांस्टेबल जसवीर को हिमाचल पुलिस विभाग ने हरियाणा से ढूंढ निकाला। वहीं, अब इस मामले से जुड़ी कई नई अपडेट सामने आने लगी हैं, जिसे जानकर हर कोई हैरान है। बताया ही जा रहा है की सिरमौर पुलिस का यह जवान जानबूझकर हरियाणा में छुपा हुआ था और जब पुलिस उसे खोजते हुए हरियाणा के नारायणगढ़ पहुंची तो वह वहां स्थित एक ट्यूबवेल के पास लेटा हुआ मिला।
अभी दर्ज नहीं हुए हैं बयान
आज सीआईडी क्राइम के डीआईजी डॉक्टर डीके चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि कांस्टेबल लापता हुआ ही नहीं था और वह अपने परिजनों के संपर्क में भी लगातार बना हुआ था। फिलहाल हेड कांस्टेबल जसवीर को उसकी तबीयत खराब होने के कारण नहान मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है और बताया जा रहा है कि जल्द ही उसके बयान भी कलमबद्ध किए जाएंगे।
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लगे थे 45 हजार रुपए की रिश्वत के आरोप
आपको बता दें मामले में दूसरे पक्ष के लोगों ने जसवीर पर 45000 रुपए की रिश्वत लेने के भी आरोप लगाए हैं साथ ही शिकायतकर्ताओं ने एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी पुलिस को सौंपी है। फिलहाल डीएसपी हेडक्वार्टर रमाकांत ठाकुर को इस पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई है और शुरुआती जांच में इन आरोपों की पुष्टि भी होती नजर आ रही है।
पुलिस की छवि पर पड़ा असर- होगी कार्रवाई
सीआईडी क्राइम के डीआईजी ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इस पूरे मामले के कारण पुलिस विभाग की किरकिरी हुई है और उनकी छवि पर भी काफी बुरा असर पड़ा है ऐसे में विभागीय कार्रवाई जरूर की जाएगी।