#अपराध
June 7, 2025
विमल नेगी को पुलिस जांच रिपोर्ट में बताया गया डिप्रेशन का मरीज, अब CBI खोलेगी परतें
बीआई जांच में हिमाचल कैडर के किसी अधिकारी की एंट्री नहीं
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शिमला। हिमाचल प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत अब नए मोड़ पर है। मामले की जांच अब CBI कर रही है और हबर पहलू से देखा जा रहा है कि आखिर विमल नेगी ने हत्या की है या आत्महत्या?
CBI को सौंपी गई पुलिस रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पुलिस ने विमल नेगी को डिप्रेशन का मरीज बताया है। वहीं, उनकी पत्नी किरण नेगी बार-बार आरोप लगा रही है कि पावर कॉरपोरेशन के अधिकारी विमल नेगी से देर रात तक काम करवाते थे और मानसिक दबाव भी बनाते थे।
विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी ने साफ तौर पर आरोप लगाया है कि उनके पति को बीमार होने के बावजूद देर रात तक ऑफिस में काम करने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि पावर कॉर्पोरेशन के कुछ बड़े अधिकारी मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे, जिससे विमल मानसिक रूप से टूट गए।
सीबीआई अब इस मामले में विमल नेगी की मेडिकल हिस्ट्री, कॉल डिटेल, और ईमेल आईडी को खंगाल रही है ताकि यह समझा जा सके कि कहीं ऑफिस प्रेशर और टॉर्चर का लिंक उनकी मौत से तो नहीं जुड़ता। साथ ही शिमला सदर पुलिस द्वारा दर्ज की गई मिसिंग रिपोर्ट भी CBI को डाक से भेज दी गई है।
विमल नेगी के परिजनों का आरोप है कि पहले की पुलिस जांच में बड़े अधिकारियों को बचाने की कोशिश की गई। इसी आधार पर उन्होंने हाईकोर्ट का रुख किया, और कोर्ट ने यह स्पष्ट निर्देश दिए कि सीबीआई जांच टीम में हिमाचल कैडर का कोई भी अधिकारी शामिल नहीं होगा।
अब CBI मामले से जुड़े हर व्यक्ति को पूछताछ के लिए बुला सकती है। फोरेंसिक सबूतों, कॉल रिकॉर्ड्स और मेल्स के आधार पर सीबीआई कड़ी से कड़ी जोड़कर सच्चाई तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। एसआईटी द्वारा जब्त रिकॉर्ड की भी फिर से गहन छानबीन हो रही है।