शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में पिछले CBI द्वारा डाले गए छापे में कई खुलासे हुए है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) के एसिस्टेंट डायरेक्टर विशाल दीप को CBI ने रिश्वत मांगने के आरोप में रडार पर ले लिया है। आरोप है कि विशाल दीप ने एक केस में शिकायतकर्ता से लगभग 55 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। इस मामले में CBI ने शिमला में ED के दफ्तर में छापेमारी की और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज व फाइलें अपने साथ ले गई।
फरार चल रहा है आरोपी
सूत्रों के अनुसार, CBI ने विशाल दीप को गिरफ्तार करने के लिए चंडीगढ़ में उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी थी, लेकिन वह वहां से भागने में सफल हो गया। 22 दिसंबर को CBI ने चंडीगढ़ में विशाल दीप को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था, लेकिन वह गाड़ी समेत फरार हो गया। हालांकि, CBI ने उसकी गाड़ी बरामद कर ली है, लेकिन अभी तक विशाल दीप का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
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नकदी की बरामदगी
CBI से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, आरोपी अधिकारी के ठिकानों से 54 लाख रुपए की रिश्वत और 1 करोड़ से अधिक की नकदी बरामद की गई है। CBI अब उसे पकड़ने के लिए चंडीगढ़ के साथ-साथ पंजाब और हरियाणा में भी उसकी तलाश कर रही है।
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आरोपी के भाई की गिरफ्तारी
विशाल दीप के खिलाफ कार्रवाई के बीच उसकी गिरफ्तारी के साथ-साथ उसके भाई की गिरफ्तारी की भी चर्चा है। सूत्रों के अनुसार, विशाल दीप का भाई भी इस रिश्वत मामले में संलिप्त हो सकता है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
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केंद्रीय एजेंसियों में मचा हड़कंप
उधर, केंद्रीय जांच एजेंसियों से जुड़ा यह मामला होने के कारण इस कार्रवाई ने हड़कंप मचा दिया है। CBI और ED के अधिकारी इस मामले पर बोलने से बच रहे हैं, और दोनों एजेंसियों के बीच तकरार की संभावना जताई जा रही है। CBI की छापेमारी और विशाल दीप की फरारी के बाद इस मामले को लेकर केंद्रीय एजेंसियों में स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।