कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश में प्रशासन के नाक के नीचे नशे का काला कारोबार कैसे फलता-फूलता जा रहा है। इस पर प्रदेश के कांगड़ा जिला की एक महिला पंचायत प्रधान का गुस्सा उस समय फूट पड़ा, जब उसकी पंचायत के एक 37 वर्षीय शख्स ने फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।
महिला प्रधान ने कहा कि उनकी पंचायत में नशे का बहुत बड़ा रैकेट सक्रिय रूप से काम कर रहा है। इस विषय पर कई बार इस बारे में प्रशासन को सचेत किया, लेकिन उचित कार्रवाई न होने से पंचायत में अप्रिय घटनाएं आए दिन होती रहती हैं।
पत्नी सहित बेटे और बेटी को छोड़ गया शख्स
मिली जानकारी के अनुसार जिला कांगड़ा के तहत ज्वालामुखी की समीपवर्ती पंचायत गुम्मर में एक 37 वर्षीय युवक ने अपने घर में फंदा लगाकर जान दे दी। जिसकी सूचना महिला प्रधान ने पुलिस को दी। मृतक की पहचान सोनू के रूप में हुई है। बताया गया कि सोनू चालक का काम करता था, लेकिन नशे के कारण उसने नौकरी छोड़ दी और फिर मजदूरी करने लगा। मृतक की पत्नी अपने मायके में रही है। मृतक सोनू का एक लड़का व एक लड़की भी है।
पंचायत में हो चुकी हैं कई अप्रिय घटनाएं
महिला प्रधान ने बताया कि, कुछ समय पहले भी यहां इसी तरह एक व्यक्ति की संदिग्ध हालात में मौत हो चुकी है। इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि इसके अलावा भी उनकी पंचायत में कई अप्रिय घटनाएं हुई हैं।
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प्रशासन को सचेत करने के बावजूद भी उनके द्वारा कोई कार्रवाई न होने से युवा नशे की जकड़ में आ रहे हैं। जो कि क्षेत्र के लिए घातक है।
मायके में रहती है मृतक की पत्नी
उधर पुलिस को दिए बयान में मृतक सोनू की पत्नी रीना देवी ने बताया कि, कुछ लोग उसके पति को शराब पीने के लिए मजबूर करते थे। पति हमेशा नशे में घर आता था और पिटाई करता था। जिससे बच्चों पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा था। जिस कारण रीना देवी अपने पति को छोड़कर अपने मायके चली गई थी।
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सही कारणों के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
बहरहाल मामले की पुष्टि करते हुए थाना प्रभारी विजय कुमार ने कहा कि मृतक की पत्नी के बयान कलमबद्ध कर मामला दर्ज कर लिया है। मौत के असल कारणों का पता पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही लग पाएगा। पुलिस गहनता से मामले की छानबीन कर जांच को आगे बढ़ा रही है।