#अपराध

December 5, 2024

हिमाचल: हेडमास्टर से 61 लाख की ठगी- जानें क्या है पूरा मामला

शेयर करें:

ऊना। हिमाचल प्रदेश में साइबर ठग नए-नए पैंतरों का इस्तेमाल कर प्रदेश के भोले-भाले लोगों को लूट रहे हैं। साइबर ठगों का एक ऐसा ही नया पैंतरा हिमाचल के ऊना जिला में देखने को मिला है। यहां साइबर ठगों ने एक शिक्षा विभाग में हेडमास्टर के पद से सेवानिवृत्त एक व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी का बड़ा मामला सामने आया है। शिक्षा विभाग से पहले पीड़ित व्यक्ति भारतीय सेना में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। ठगों ने उससे 61 लाख रुपये से अधिक की ठगी की है।

मुंबई पुलिस की आई कॉल!

जानकारी के अनुसार, बीते 22 नवंबर को जब शिकायतकर्ता अपने खेतों में गेहूं की बुआई कर रहा था, तभी उसके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से संदेश आया। यह भी पढ़ें : मेडिकल कॉलेज में रैगिंग करना पड़ा भारी, 7 MBBS छात्रों पर गिरी गाज संदेश भेजने वाले ने खुद को मुंबई पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर हेमराज कोली बताया और कहा कि तिलक नगर पुलिस स्टेशन मुंबई में 17 लोगों ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद एक अन्य व्यक्ति ने संपर्क किया और अपना नाम सब-इंस्पेक्टर संदीप राव बताया।

2 करोड़ का बताया लेनदेन

संदीप राव ने दावा किया कि नरेश गोयल नामक व्यक्ति मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पकड़ा गया है और उसके घर से एक एटीएम कार्ड बरामद हुआ है, जो शिकायतकर्ता के नाम पर है। यह भी पढ़ें : हिमाचल BJP में छलक रहा सत्ता से दूर होने का दर्द, चोर रास्ते से किया हथियाने का प्रयास उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्ड से एक बैंक खाते में 2 करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ है। ठगों ने फर्जी दस्तावेज और बैंक खातों की डिटेल भेजकर शिकायतकर्ता को अपने जाल में फंसा लिया।

राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा बताया मामला

इसके बाद उन्होंने शिकायतकर्ता से फर्जी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाए और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला बताते हुए जांच के नाम पर उसे अपने सभी पैसे उनके खातों में ट्रांसफर करने को कहा। ठगों ने उसे घर पर ही रहने और हर 2 घंटे में व्हाट्सएप पर रिपोर्ट करने का निर्देश दिया। यह भी पढ़ें : हिमाचल : शाही महात्मा गैंग के 9 और लोग अरेस्ट, सलाखों के पीछे बैठे साथियों ने बताया पता

सुप्रीम कोर्ट के नाम की भेजी गई एक जाली रसीद

शिकायतकर्ता ने बताया कि उसकी पत्नी के नाम पर पंजाब नेशनल बैंक में 6-7 एफडी थी। ठगों ने इन एफडी को तोड़कर 27.50 लाख रुपए आरटीजीएस के माध्यम से उनके खाते में भेजने को कहा। पैसे ट्रांसफर करने के बाद उसे सुप्रीम कोर्ट के नाम की एक जाली रसीद भेजी गई।

यहां से निकलवाए पैसे

इसके बाद ठगों ने उसे और पैसे भेजने के लिए कहा। उसने 6,15,419 रुपए और ट्रांसफर किए। फिर अपनी सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम के 15 लाख रुपए, म्यूचुअल फंड के 5,87,100 रुपए और पत्नी के साथ संयुक्त खाते से 5,48,007 रुपए भी ठगों को दे दिए। इस तरह कुल मिलाकर 61,29,066 रुपए की धोखाधड़ी की गई। यह भी पढ़ें : सुक्खू सरकार में होंगी ताजपोशियां, ओहदे के लिए CM से नजदीकियां बढ़ा रहे नेता

जान से मारने तक की मिल रही धमकियां

पीड़ित ने अपनी शिकायत हरोली पुलिस थाना में दर्ज करवा दी है। साथ ही पीडि़त ने यह भी कहा कि अब वो ठगी करने वाले लोग उसे जान से मारने की भी धमकियां दे रहे हैं। उधर, एसपी ऊना राकेश सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख