#अपराध
January 22, 2025
हिमाचल: स्कूल से घर लौटी बच्ची के कान में थी सूजन, पापा को बताया पूरा सच
हिमाचल में टीचर पर लगा नाबालिग छात्रा की पिटाई का आरोप
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बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के राजकीय उच्च पाठशाला कल्लर में एक अध्यापक पर सातवीं कक्षा की छात्रा की पिटाई करने का गंभीर आरोप लगा है। जिसके बाद पिता ने चाइल्डलाइन में शिकायत दर्ज करवाई और जांच की मांग भी की है। बच्ची के पिता का दावा है कि पिटाई से उनकी बेटी के कान में सूजन आ गई है।
बच्ची के पिता के अनुसार, सोमवार शाम उनकी बेटी स्कूल से घर लौटी और बताया कि उसके कान में दर्द हो रहा है। जब उसने कारण पूछा, तो बच्ची ने बताया कि सामाजिक विज्ञान के अध्यापक ने उसकी पिटाई की थी। बच्ची ने आरोप लगाया कि अध्यापक ने उसके कान पर करीब 15 थप्पड़ मारे थे। इसके बाद, बच्ची के पिता उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरठीं ले गए, जहां डॉक्टर ने उसकी जांच की और बताया कि उसके कान में सूजन आ गई है।
इस मामले में आरोपित शिक्षक राकेश चौधरी का कहना है कि सोमवार को बच्चों का टेस्ट था और उस दौरान उन्होंने कक्षा के सभी बच्चों को डांटा था, लेकिन किसी छात्रा की पिटाई नहीं की थी। हालांकि, बच्ची के स्वजनों की शिकायत के बाद चाइल्डलाइन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। स्कूल प्रबंधन ने भी इस मामले में दोनों पक्षों के बीच समझौता करवाने का प्रयास किया था, लेकिन बच्ची के माता-पिता इस समझौते के लिए तैयार नहीं हैं।
जानकारी के अनुसार, आरोपित अध्यापक पर इससे पूर्व भी दो-तीन बार बच्चों की पिटाई करने का आरोप लगाया गया था और उन घटनाओं को स्कूल के रजिस्टर में दर्ज किया गया था। हालांकि, इन घटनाओं के बाद स्कूल प्रशासन ने दोनों पक्षों के बीच समझौता करवाने का प्रयास किया था, लेकिन अब इस मामले को लेकर चाइल्डलाइन ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
चाइल्डलाइन की पर्यवेक्षक रीना कुमारी और अनुपमा ने मंगलवार को स्कूल का दौरा किया। वहीं, बच्ची और उसके परिवार से बातचीत की गई। उधर, आरोपित अध्यापक के बयान भी लिए हए है। इस मामले में चाइल्डलाइन की टीम ने कार्रवाई का आश्वासन दिया और कहा कि वे मामले की गंभीरता से जांच करेंगे।
उधर, मुख्याध्यापक शीला कुमारी धीमान ने बताया कि आरोपित अध्यापक को चेतावनी दी गई है कि अगर भविष्य में इस तरह की कोई और शिकायत मिलती है तो विभागीय स्तर पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि बच्ची के स्वजन समझौते के लिए तैयार नहीं हैं, इसलिए चाइल्डलाइन को जांच करने के लिए कहा गया है।