शिमला। हिमाचल में एक महिला के साथ धोखाधड़ी का एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति ने न केवल उसे बैंक लोन के लिए गारंटर बनाया, बल्कि उसके फर्जी हस्ताक्षर भी कर डाले। यह जानकारी तब सामने आई जब महिला को शिमला कोर्ट से सम्मन प्राप्त हुआ। मामले की छानबीन के लिए उसने अपने वकील की मदद ली, जिससे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।
सम्मन से हुआ खुलासा
बताया जा रहा है कि महक, पत्नी गौरव सारिक शिमला के हिमगिरी कालोनी, ढली की निवासी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि 12 अगस्त को उनके पते पर शिमला से सम्मन आया। उनकी चाची पुष्पा चंदेल ने बताया कि वे गांव धार केवली ठियोग में नहीं, बल्कि बद्दी में रहती हैं। सम्मन देने वाले ने फोन पर संपर्क करके व्हाट्सएप के माध्यम से उन्हें सम्मन भेजा।
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कोर्ट में नहीं पेश हो पाई महिला
जानकारी मिली है कि महक ने 20 सितंबर को पेशी में उपस्थित नहीं हो सकीं, लेकिन उनके वकील हेम सिंह ठाकुर कोर्ट में पेश हुए। वकील से जानकारी मिली कि उन्हें एसबीआई मालरोड बनाम संजीव कुमार पुत्र दौलत राम निवासी गांव गल्लू तहसील ठियोग के खिलाफ सिविल सूट केस में पार्टी बनाया गया है।
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फर्जी साइन कर बनाया लोन
जांच के दौरान यह पता चला कि संजीव कुमार ने 13 सितंबर, 2016 को एसबीआई शाखा से लोन लिया था, जिसमें महक को गारंटर बनाया गया और लोन के कागजात में उनके फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे। महक ने स्पष्ट किया कि उन्होंने संजीव कुमार नामक व्यक्ति को न कभी देखा और न ही उसे जानती हैं। जिसके बाद पुलिस ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी है।