बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर के श्री नयनादेवी क्षेत्र में बैहल गांव में हुए गोलीकांड के खिलाफ स्थानीय लोग धरने पर बैठे हैं। उनका आरोप है कि पुलिस ने अब तक मामले में संतोषजनक कार्रवाई नहीं की है, जिससे क्षेत्र में भय का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया है कि यदि दो दिनों के अंदर आरोपियों को नहीं पकड़ा गया तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगे।
हाईवे पर चक्का जाम
स्थानीय लोगों ने गरामोड़ा के पास चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर चक्का जाम कर दिया, जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। इस स्थिति से आवाजाही में बाधा उत्पन्न हुई है। प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि हिमाचल जैसे शांत प्रदेश में इस प्रकार की गोलीकांड जैसी घटनाएं चिंताजनक हैं।
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मौके पर पहुंची पुलिस
घटना की सूचना मिलने पर क्षेत्र के विधायक रणधीर शर्मा, एएसपी बिलासपुर शिव चौधरी और एसपी बिलासपुर मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि क्षेत्र में कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है और उन्होंने पहले भी पुलिस प्रशासन को इस मामले की गंभीरता से अवगत कराया था, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
पुलिस का आश्वासन
विधायकों और पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को आश्वस्त किया कि मामले की हर पहलू से जांच की जाएगी और तथ्य सामने आने के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, स्थानीय लोग तब तक संतुष्ट नहीं हैं जब तक कि आरोपियों को पकड़ा नहीं जाता।
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क्या है पूरा मामला
बता दें कि बिलासपुर के बैहल गांव में हुई इस घटना ने स्थानीय समुदाय में भय और असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है। गोलीकांड में 37 वर्षीय राजेश कुमार पर तीन गोलियां चलाई गई थीं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना मंगलवार शाम को हुई। राजेश को पहले एम्स कोठीपुरा में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी हालत गंभीर होने पर उन्हें पीजीआई चंडीगढ़ भेजा गया है।