कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में एक व्यक्ति का शव फंदे से झूलता हुआ मिला है। मृतक की पहचान जोगिंद्र कुमार के रूप में हुई है। जोगिंद्र कुमार योल के टीका बणी गांव का रहने वाला था। मृतक के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
दिहाड़ी लगा कर रहा था परिवार का गुजर-बसर
बताया जा रहा है कि जोगिंद्र कुमार शादीशुदा था और दिहाड़ी लगा कर अपने परिवार का गुजर-बसर करता था। जोगिंद्र अपने पीछे पत्नी, एक बेटा और बेटी छोड़ गया है। जोगिंद्र की मौत के बाद से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
यह भी पढ़ें: गांव में बड़ा घर बनाने का सपना अब नहीं होगा पूरा, लगने जा रही है ये पाबंदियां
फंदे से झूलता मिला शव
जानकारी के अनुसर, परिजनों को घटना के बारे में देर शाम को उस वक्त पता चला जब वो किसी काम से कमरे के अंदर गए। उन्होंने पाया कि जोगिंद्र पंखे से फंदा लगाकर लटका हुआ है। इसके बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। परिजनों का शोर सुनकर आसपास के पड़ोसी भी घर पर आ गए। फिर पुलिस को सूचित किया गया।
जोगिंद्र तीन भाइयों और एक बहन मे सबसे छोटा था। जोगिंद्र की मौत के बाद से परिवार सदमे में है। परिजनों ने किसी पर कोई शक जाहिर नहीं किया है। परिजन इस बात से हैरान है कि आखिर ऐसी क्या वजह थी कि जोगिंद्र ने इतना बड़ा कदम उठा लिया।
यह भी पढ़ें: घर से बाजार जाने के लिए निकला 27 वर्षीय युवक, पहाड़ी से लगाई छलांग
कमरे से नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
वहीं, मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया और फिर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। शुरुआती जांच में मामला आत्महत्या का बताया जा रहा है। मगर मृतक के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
मामले की पुष्टि करते हुए थाना प्रभारी धर्मशाला नारायण सिंह ने बताया कि मृतक के परिजनों के बयान कलमबद्ध कर लिए गए हैं। परिजनों ने किसी पर भी कोई शक नहीं जताया है। पुलिस टीम द्वारा मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई की जा रही है। मौत के असली कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा।
बढ़ चुका है तनाव
उल्लेखनीय है कि आजकल की भागदौड़ बड़ी जिंदगी में तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है। काम के चक्कर में लोगों को कई परेशानियां झेलनी पड़ रही है। वहीं, कोई घर की आर्थिक स्थिति से परेशान हैं। ऐसे में बहुत सारे लोग हैं जो किसी को बताते नहीं है कि वह परेशान हैं या उन्हें किसी बात का तनाव है। मगर अंदर ही अंदर उन्हें किसी बात की चिंता सता रही होती है।
इस स्थिति में कई लोग धैर्य से काम ले लेते हैं। मगर बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं जो परेशानियों से तंग आ जाते हैं और आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठा अपनी जीवनलीला समाप्त कर लेते हैं। हालांकि, ऐसा करने से वो अपने परिवार को कभी ना भूलने वाला दर्द दे जाते हैं।