#अपराध

July 5, 2024

फर्जी कागज दिखाकर बना था फार्मासिस्ट: ऐसे पकड़ में आया- नौकरी भी गई

शेयर करें:

मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला से धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया है। यहां सरकाघाट के एक व्यक्ति को झूठे प्रमाणपत्र व तथ्य छिपाकर पशुपालन विभाग में फार्मास्सिट की नौकरी लेना महंगा पड़ गया है। मामले में राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आरोपी फार्मासिस्ट के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

पटवारी के खिलाफ मामला दर्ज

इतना ही नहीं मामले में पशुपालन विभाग के तत्कालीन निदेशक व पटवारी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। पटवारी पर आरोपी को गलत दस्तावेजों के सहारे लाभ पुहंचाने का आरोप है। विभागीय सचिव की अनुमति मिलने के बाद पटवारी के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह भी पढ़ें: जयराम का दावा: तीनों सीटें जीतने के बाद राजनीति में आएगा बड़ा भूचाल

झूठे प्रमाण पत्र से दिलाई नौकरी

जानकारी के अनुसार, मामले को लेकर विजिलेंस को शिकायत मिली थी। इसी के चलते विजिलेंस ने इस संबंध में प्रारंभिक छानबीन की तो आरोप सही पाए गए। इसी के आधार पर विजिलेंस ने सभी औपचारिकताएं पूरी की और नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई।

फार्मासिस्ट की नौकरी की हासिल

बताया जा रहा है कि सरकाघाट के रहने वाले अनूप कुमार ने झूठे प्रमाण पत्र और तथ्य छिपा कर पशुपालन विभाग में फार्मासिस्ट की नौकरी हासिल की। जिसमें पटवारी व पशुपालन विभाग के तत्कालीन निदेशक ने वार्ड ऑफ एक्ससर्विसमैन के गलत प्रमाण पत्र के तहत अनुचित लाभ पहुंचाया। जबकि, उसके पिता सरकारी नौकरी ले चुके हैं। यह भी पढ़ें: हिमाचल: डाक विभाग के मुखिया अंबेश उपमन्यु हुए सस्पेंड, लगे गंभीर आरोप

मामला दर्ज, कार्रवाई शुरू

मामले में आरोपी अनूप कुमार और पटवारी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत विजिलेंस पुलिस थाना मंडी में मामला दर्ज किया गया है। मामले की पुष्टि करते हुए SP राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मध्य जोन कुलभूषण वर्मा ने बताया कि यह मामला बीती एक जुलाई के पहले का है। ऐसे में इसमें पुराने कानून अनुसार की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। आरोपी अनूप कुमार के खिलाफ IPC की धारा 420, 120B और पशुपालन विभाग के तत्कालीन निदेशक व पटवारी के खिलाफ PC एक्ट के तहत विजिलेंस पुलिस थाना मंडी में मामला दर्ज किया गया है।

पेज पर जाने के लिए यहां क्लिक करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख