शिमला। हिमाचल प्रदेश को देवभूमि भी कहा जाता है। यहां के कण कण में देवताओं का वास होता है। बावजूद इसके हिमाचल में क्राइम दर लगातार बढ़ रही है। देवभूमि हिमाचल में सबसे ज्यादा महिलाओं के साथ ही आपराधिक घटनाएं हुई हैं। प्रदेश में चाहे भाजपा की सरकार हो या फिर कांग्रेस की, महिलाओं की सुरक्षा के दावे हर सरकार के समय में धराशायी हुए हैं। प्रदेश में पिछले कुछ सालों से हत्या, दुष्कर्म, चोरी, डकैती, महिलाओं के यौन शोषण के मामलों में बेतहाशा वृद्धि हुई है।
हत्या के 60 मामले, दुष्कर्म के 210 केस दर्ज
हिमाचल पुलिस के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो आप चौंक जाएंगे। प्रदेश में हर साल आपराधिक दर बढ़ रही है। बड़ी बात यह है कि अब प्रदेश में गोलीकांड, गैंगवार जैसे अपराध भी होने लगे हैं। पूर्व की भाजपा सरकार की ही तरह मौजूदा कांग्रेस सरकार में भी यह आपराधिक घटनाएं कम नहीं हुई हैं। पुलिस के आंकड़ों के अनुसार इस साल के शुरूआत आठ माह में हिमाचल में हत्या की विभिन्न धाराओं के तहत 60 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं दुष्कर्म के 210 मामले दर्ज हुए हैं। हत्या के 60 मामलों में 16 मर्डर महिलाओं के हुए हैं।
पुलिस ने जारी किए आंकड़े
पुलिस के इन आंकड़ों से पता चलता है कि हिमाचल प्रदेश में अब महिलाओं की सुरक्षा राम भरोसे हो गई है। महिलाओं की सुरक्षा के दावे करने वाली सरकारें जमीन पर क्या कुछ कर रही हैं, इन आंकड़ों से पता चल रहा है। इन सब के बीच प्रदेश में अब नशे का प्रचलन भी बढ़ गया है। प्रदेश में ऐसा कोई दिन खाली नहीं जाता है, जब पुलिस किसी ना किसी नशा तस्कर को ना पकड़ती हो। पिछले तीन साल और इस साल के आठ माह की बात करें तो हिमाचल में क्राइम रेट में कोई ज्यादा अंतर नहीं आया है।
2021 में हुई थी 85 हत्याएं
प्रदेश में हत्याओं की बात करें तो पूर्व की जयराम सरकार के समय में साल 2021 में 85 लोगों की हत्या हुई थी। उसके बाद 2022 में 86 लोगों की हत्या के मामले दर्ज हुए। इसी तरह से 2023 में कांग्रेस सरकरा के समय में भी 92 हत्या के मामले दर्ज हुए।
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हत्या के आंकड़े
- साल 2021 में 85 मर्डर हुए
- साल 2022 में 86 मर्डर हुए
- साल 2023 में 92 मर्डर हुए
हत्या का प्रयास
- साल 2021 में 69 लोगों की हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ।
- साल 2022 में 73लोगों की हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ।
- साल 2023 में 75 लोगों की हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ।
- साल 2024 में अब तक 55 हत्या के प्रयास के मामले सामने आए हैं।
इसी तरह से दुष्कर्म के मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है।
- साल 2021 में दुष्कर्म के 359 मामले दर्ज हुए थे।
- साल 2022 में दुष्कर्म के 358 मामले दर्ज हुए।
- साल 2023 में 344 दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए।
- साल 2024 में अब तक 210 मामले हिमाचल के अलग.अलग थानों में दर्ज किए गए हैं।
अपहरण के मामले
- साल 2021 में 429 मामले दर्ज हुए थे।
- साल 2022 में 414 मामले दर्ज हुए थे।
- साल 2023 में 438 मामले दर्ज हुए।
- साल 2024 में 348 केस दर्ज किए गए हैं
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महिलाओं के प्रति क्रूरता
- साल 2021 में 222 मामले दर्ज हुए हैं।
- साल 2022 में 196 मामले दर्ज किए गए।
- साल 2023 में 218 मामले दर्ज
- साल 2024 में 118 केस सामने आए हैं
महिलाओं के यौन शोषण के मामलों में भी हुई बढ़ोतरी
- साल 2021 में महिलाओं के यौन शोषण के 488 मामले दर्ज हुए।
- साल 2022 में 501मामले दर्ज हुए।
- साल 2023 में 506 मामले दर्ज किए गए।
- साल 2024 में 330 मामले थानों में दर्ज हुए हैं।
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चोरी के मामलों में कितनी हुई बढ़ोतरी
- साल 2021 में 475 चोरी के मामले दर्ज हुए थे।
- साल 2022 में 670 मामले दर्ज हुए।
- साल 2023 में 660 चोरी के मामले दर्ज किए गए।
- साल 2024 में 384 चोरी के मामले सामने आ चुके हैं।
इसी तरह से हिमाचल में डकैती के मामले भी बढ़ने लगे हैं।
इस साल डकैती के 3 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि बीते साल 2 केस दर्ज हुए थे। उधरए रॉबरी के इस साल 10 मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जबकि बीते 3 साल में 8.8 मामले सामने आए।
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नशा तस्करी के मामलों में इजाफा
इस साल नशा तस्करी के अब तक 1070 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 2021 में 1537, 2022 में 1516 और वर्ष 2023 में 2146 मामले दर्ज किए गए थे। इसी तरह से अनुसूचित जाति और जनजाति के खिलाफ होने वाले अपराधों में भी कोई खास कमी नहीं देखी गई है। एससीएसटी एक्ट तहत 2021 में 224, 2022 में 195, 2023 में 210 और 2024 में 130 केस सामने आ चुके हैं।
महिलाओं के प्रति अपराध के कुल मामलों की बात करें तो साल 2021 में 1700, 2022 में 1605, 2023 में 1659 और 2024 अब तक 1093 से ज्यादा मामले दर्ज हो गए हैं।