#अपराध

October 3, 2024

हिमाचल में मजदूरी करने आए नेपाली बने तस्कर: लाखों की अफीम जब्त

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शिमला। हिमाचल प्रदेश में बाहरी राज्यों के कई लोग काम करने के लिए आते हैं। सूबे में नेपाली मूल के लोगों का काम के लिए आना एक पुरानी और सामान्य बात है। मगर बहुत बार ऐसा होता है कि ये नेपाली नशा तस्करी या अन्य किसी अपराधिक गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं।

ISBT से पकड़े गए दो नशा तस्कर

ताजा मामला हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से सामने आया है। यहां ISBT में पुलिस ने दो नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम ने आरोपियों के कब्जे से आधा किलो से ज्यादा अफीम की खेप बरामद की है। यह भी पढ़ें : हिमाचल की यामिनी खेलेगी इंटरनेशनल, एथलीट रह चुकी है मां

ISBT में पुलिस देख लगे घबराने

जानकारी के अनुसार, राजधानी शिमला के पुलिस थाना बालूगंज की एक टीम आज ISBT क्षेत्र में गश्त पर थी। इसी दौरान नए बस स्टेंड टूटी कंडी में नेपाल मूल के दो व्यक्ति पुलिस को देखकर घबरा गए। इस पर पुलिस को उन पर शक हुआ तो पुलिस ने उनसे पूछताछ की और तलाशी ली।

509.220 ग्राम अफीम हुई बरामद

तलाशी के दौरान पुलिस टीम को उनके पास से 509.220 ग्राम अफीम बरामद हुई। इसके बाद पुलिस ने खेप को कब्जे में लेकर दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। पकड़ी गई अफीम की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है यह भी पढ़ें : हिमाचल : परिजनों को बेहोश हालत में मिला शख्स, अस्पताल ले जाते समय तोड़ा दम

मजदूरी करने आए थे बन गए तस्कर

बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी शिमला में काम करने आए थे। आरोपियों की पहचान थिंग बहादुर (38) और जय लाल थापा (31) के रूप में हुई है। दोनों आरोपी मूल रूप से नेपाल के रहने वाले हैं और हिमाचल में मजदूरी का काम करते हैं। मामले की पुष्टि करते हुए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। जल्द ही दोनों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। यह भी पढ़ें : हिमाचल : घर पर बिना बताए कहीं चली गई विधवा महिला, 10 दिन से ढूंढ रहे परिजन

फैल रहा नशे का कारोबार

विदित रहे कि, हिमाचल प्रदेश में बाहरी नशा तस्करों का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है, जिससे राज्य में नशे का कारोबार धड़ल्ले से फल-फूल रहा है। हिमाचल की दुर्गम पहाड़ियां और सीमावर्ती इलाके नशा तस्करों के लिए सुरक्षित ठिकाने बन गए हैं, जहां से वे अवैध ड्रग्स की तस्करी करते हैं। हालांकि, राज्य सरकार और पुलिस विभाग ने नशा तस्करी को रोकने के लिए कई सख्त कदम उठाए हैं, जिनमें ड्रग्स विरोधी अभियान, सीमावर्ती क्षेत्रों में गश्त बढ़ाना और स्थानीय समुदायों को जागरूक करना शामिल है। इसके अलावा, नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है, लेकिन बाहरी तस्करों की बढ़ती सक्रियता को नियंत्रित करने के लिए और कठोर कदम उठाने की जरूरत है। यह भी पढ़ें : हिमाचल : बुरी तरह से सड़ चुका था शरीर, गन्ने के खेत में पड़ा मिला नशे की इस बढ़ती समस्या ने न केवल सामाजिक और पारिवारिक संरचनाओं को प्रभावित किया है, बल्कि यह राज्य के लिए एक गंभीर चुनौती के रूप में उभर रहा है।

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