शिमला। हिमाचल प्रदेश जीएसटी के माध्यम से टैक्स चोरी कर प्रदेश की आर्थिक को नुकसान पहुंचाने के बड़े मामले का खुलासा हुआ है। हिमाचल की लगभग 200 कंपनियां आबकारी कराधान विभाग के निशाने पर आ गई हैं। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब केंद्र सरकार ने जीएसटी चोरी मामले की जानकारी हिमाचल सरकार के साथ सांझा की।
हिमाचल में विभाग के निशाने पर 200 कंपनियां
दरअसल आबकारी विभाग ने देश भर में जीएसटी फर्जीवाड़े का बड़ा खुलासा किया है। जीएसटी चोरी करने वाली कंपनियों के खिलाफ केंद्र सरकार ने करीब एक माह तक अभियान चलाया। जिसमें सामने आए आंकड़ों ने चौंका दिया है। इन आंकडों के अनुसार हिमाचल में भी करीब 200 ऐसी कंपनियां हैं, जो इस फर्जीबाड़े में संलिप्त पाई गई हैं। हालांकि आबकारी विभाग ने इन कंपनियों के नाम अभी तक सार्वजनिक नहीं किए हैं।
यह भी पढ़ें : हिमाचल : अंग्रेजी टीचर की काली करतूत, क्लास में छात्रा के साथ की गंदी हरकत
मार्च में हुआ था फर्जी फर्मों का खुलासा
- हिमाचल में मार्च माह में तीन फर्जी फर्मों को हुआ था खुलासा
- जांच शुरू हुई तो आठ नकली फर्में पकड़ में आईं
- आधार कार्ड से तीन फर्मों के गुजरात के होने का चला पता
- आबकारी विभाग ने 129 संदिग्ध फर्मों को जांच की श्रेणी में रखा
हिमाचल में बाहरी राज्यों की हैं अधिकतर कंपनियां
हिमाचल में जीएसटी के माध्यम से टैक्स चोरी को अंजाम देने वाली कंपनियों में अधिकतर कंपनियां दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात से संबंधित हैं। केंद्र सरकार से मिली जानकारी के बाद अब हिमाचल सरकार ने भी इन कंपनियों के रजिस्ट्रेशन में इस्तेमाल प्रमाण पत्रों की जांच शुरू कर दी है। विभाग हिमाचल में जीएसटी पंजीकरण के दौरान लगाए गए दस्तावेज जिनमें आधार और पैन कार्ड की जांच से कंपनियों के सरगना तक पहुंचने की तैयारी में जुट गई है।
यह भी पढ़ें : हिमाचल : बच्चों को छोड़कर घर लौट रहा था पिता, गहरी खाई में गिरी कार
राष्ट्रव्यापी अभियान में 24550 करोड़ के टैक्स की चोरी का खुलासा
बता दंे कि आबकारी कराधान विभाग ने जीएसटी फर्जीवाड़े का पता लगाने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया था। यह अभियान 16 अगस्त से 15 अक्तूबर तक करीब दो माह तक चलाया गया। जिसमें हिमाचल प्रदेश सहित देश भर में 73 हजार संदिग्ध जीएसटी नंबरों से पंजीकृत कंपनियों के दस्तावेजों की जांच की गई।
यह भी पढ़ें : खट्टर-सुक्खू की बैठक ख़त्म: हिमाचल को क्या मिला- क्या नहीं ? जानें डिटेल
इसी जांच में फर्जी कंपनियों का खुलासा हुआ है। यह सभी कंपनियां देश के अलग अलग राज्यों में जीएसटी पंजीकरण करवा चुकी थी। इन कंपनियों के फर्जीवाड़े से देश को लगभग 24550 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी से राजस्व को नुकसान हुआ है।
यह भी पढ़ें : चार साल का मासूम हुआ अनाथ, पहले पिता और अब चल बसी मां
बीते वर्ष भी फर्जी फर्मों ने लगाई थी करोड़ों की चपत
अब दिल्ली से रिपोर्ट आने के बाद हिमाचल सरकार ने भी कंपनियों के प्रमाण पत्रों की जांच शुरू कर दी है। इससे पहले भी बीते साल में हिमाचल से 10 करोड़ 49 लाख रुपए के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था। उस समय जांच में फर्जी जीएसटी फर्म बनाकर टैक्स चोरी की बात सामने आई।