कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में फ्रूट ट्रेडिंग कंपनी के नाम पर ट्रांसपोर्टर से 13.85 करोड़ रुपए की ठगी के मामले एक आरोपी ने न्यायालय में सरेंडर कर दिया है। न्यायालय ने अब आरोपी को ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा है। जल्द आरोपी को पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा।
ठग ने किया आत्मसमर्पण
ये आरोपी काफी लंबे समय से फरार चल रहा था। आरोपी ने जिला न्यायालय और प्रदेश उच्च न्यायालय में अपनी जमानत की अर्जी लगाई थी- जिसे कि कोर्ट द्वारा खारिज कर दिया गया था।
यह भी पढ़ें : आज होगा सचिवालय कर्मचारियों का जनरल हाउस, CM सुक्खू के सामने रखेंगे ये मांगे
आरोपी ने सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दी-जिस पर कोर्ट ने उसे जिला न्यायालय में आत्मसमपर्ण करने के आदेश दिए। जिसके चलते अब आरोपी ने कांगड़ा न्यायालय में सरेंडर कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, साल 2017 में नरगोटा बगवां के प्रेम बस ट्रासंपोर्ट के मालिक पवन सोनी ने क्षेत्र के अनुज कुमार और दो अन्य लोगों के खिलाफ करोड़ों रुपए की ठगी की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई थी। पवन सोनी की शिकायत के आधार पुलिस टीम ने दो लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। मगर अनुज कुमार फरार चल रहा था।
यह भी पढ़ें : हिमाचल : सवारियों को बीच सड़क उतारना पड़ा महंगा, RTO ने जारी किया नोटिस
पवन सोनी ने बताया कि अनुज ने फ्रूट ट्रेंडिंग कंपनी के नाम पर उनकी मुलाकात मुंबई के सर्वदमान सिंह सिसौदिया से करवाई। इस दौरान उन्हें 60 प्रतिशत हिस्सेदारी देने की बात कही गई।
ट्रांसपोर्टर से ठगे 13.85 करोड़ रुपए
इसी के चलते उन्होंने उसकी बातों में आकर अलग-अलग बैंकों से ऋण लेकर 11 महीने में लगभग 13.85 करोड़ रुए का निवेश किया। हालांकि, अगले सात साल तक उन्हें कोई रिटर्न नहीं मिला। जिसके चलते उन्हें एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है।
यह भी पढ़ें : हिमाचल में फिर स्क्रब टायफस ने दी दस्तक, जानिए लक्षण, बचाव और कारण
पवन ने मामले की शिकायत अप्रैल 2024 में नगरोटा बगवां पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई। वहीं। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मुंबई के सर्वदमन को जुलाई में चंडीगढ़ के एक नामी अस्पताल से और धर्मशाला के एक अन्य आरोपी को अरेस्ट कर लिया। मगर अनुज फरार चल रहा था, जिसने अब न्यायालय में सरेंडर कर दिया है।
मामले की पुष्टि करते हुए ASP कांगड़ा हितेश लखनपाल ने बताया कि जल्द ही आरोपी को न्यायालय से पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। पुलिस टीम द्वारा आरोपी से गहनता से पूछताछ की जाएगी।