चंबा। प्रदेश की जनता के हित के लिए बड़े-बड़े वादे करने वाली सुक्खू सरकार विफल होती नजर आ रही है। दरअसल, प्रदेश के कुछ जिलों में आज भी लोग कई अहम सुविधाओं से वंचित हैं। बात अगर स्वास्थ्य सुविधाओं की करें तो कुछ मरीजों को इलाज करवाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ताजा मामला सूबे के चंबा जिले से सामने आया है, जहां पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में मरीजों को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए दो महीने का लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
दिनभर लगी रहती है मरीजों की भीड़
बता दें कि मेडिकल कॉलेज में जिले भर के मरीज अल्ट्रासाउंड करवाने आते हैं। ऐसे में यहां दिनभर मरीजों की काफी भीड़ रहती है। मगर पूरे जिले के मरीजों के लिए मेडिकल कॉलेज में सिर्फ दो ही रेडियोलॉजिस्ट कार्यरत हैं। जिन्हें मरीजों का अल्ट्रासाउंड करने के साथ-साथ सीटी स्कैन और एमआरआई भी करना पड़ता है।
दो महीने का लंबा इंतजार करने के बाद आता है नंबर
बताया जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज में रोजाना 50 से ज्यादा मरीजों का अल्ट्रासाउंड किया जा रहा है। इनमें से सामान्य मरीजों को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए दो महीने की लंबी तारीख दी जा रही है और इमरजेंसी वाल मरीजों का प्राथमिकता के आधार पर अल्ट्रासाउंड किया जा रहा है।
बिना अल्ट्रासाउंड के नहीं करवा पा रहे इलाज
लोगों का कहना है कि बिना अल्ट्रासाउंड के वह अपना इलाज भी नहीं करवा पा रहे हैं। ऐसे में मजबूरन उन्हें पैसे देकर नीजी लैब में अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा है। अस्पताल में अल्ट्रासाउंड आई महिला ने कहा कि सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिला का अल्ट्रासाउंड मुफ्त में हो जाता है, लेकिन तारीख ना मिलने के कारण उन्हें नीजी लैब में 1000 रुपए देकर अल्ट्रासाउंड करवाने जाना पड़ रहा है।