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August 23, 2024

झूठी निकली सुक्खू सरकार! पक्की नौकरी का वादा कर आउटसोर्स पर भर रही 458 पद

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शिमला। हिमाचल प्रदेश में एक लाख बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा करने वाली सुक्खू सरकार अब अपने वादे से मुकर गई है। सुख की सरकार ने 8 अगस्त की कैबिनेट बैठक में स्वास्थ्य विभाग में एक हजार से अधिक पदों पर भर्ती की घोषणा की थी। जिसके बाद युवा इस भर्ती की परीक्षा की तैयारी में जुट गए थे। लेकिन इसी बीच सरकार ने युवाओं के साथ धोखा करते हुए अब ऑउटसोर्स आधार पर भर्तियां करना शुरू कर दिया है। इसको लेकर नोटिफिकेशन भी जारी की गई है।

टांडा मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्स आधार पर भर रही 458 पद

दरअसल पिछली कैबिनेट में सुक्खू सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में एक हजार से अधिक पदों पर भर्ती की घोषणा की थी। जिसके आधार पर डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल टांडा में 458 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस भर्ती को लेकर नोटिफिकेशन भी जारी कर दी गई है। हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव डॉक्टर अश्वनी कुमार शर्मा की तरफ यह आदेश जारी किए हैं।

विभिन्न श्रेणियों में कर रही भर्ती

जारी की गई नोटिफिकेशन के अनुसार टांडा मेडिकल कालेज में विभिन्न श्रेणी के 458 पद भरे जाने है। इनमें स्टाफ नर्स के 300 पद, रेडियोग्राफर के 2, वॉर्ड-बॉय के 47, ऑपरेशन थियेटर असिस्टेंट के 12 पद, ट्रांसप्लांट को-ऑर्डिनेटर के 2 पद, डाटा एंट्री ऑपरेटर के 10, क्लास-4 के 5, सफाई कर्मचारी के 50 और सिक्योरिटी गार्ड के 30 पद आउटसोर्स पर भरे जाने हैं। यह भी पढ़ें: पब्बर नदी में गिरी कार, पति-पत्नी की गई जा.न, डेढ़ साल की बच्ची लापता

डिप्टी सीएम हर मंच से पक्की नौकरी का करते आए हैं वादा

प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री भी हर मंच से युवाओं को पक्की नौकरी देने का वादा करते रहे, लेकिन सत्ता में आने के बाद अब आउटसोर्स पर भर्ती करना, प्रदेश के बेरोजगार युवओं के साथ धोखा है। इसको लेकर डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने भी अभी तक कोई बयान नहीं दिया है। यह भी पढ़ें: 8 महीने के बच्चे को रोता छोड़ प्रेमी संग फरार हुई पत्नी, दर-दर भटक रहा पति

विपक्ष में बैठ कर कांग्रेस आउटसोर्स भर्ती का करती थी विरोध

पूर्व की भाजपा सरकार के समय कांग्रेस विपक्ष में बैठ कर आउटसोर्स भर्तियों पर जमकर हंगामा करती थी और इसका विरोध करती थी। सत्ता में आने से पूर्व कांग्रेस ने युवाओं को पक्की नौकरी का वादा किया था। लेकिन जैसे ही सत्ता हासिल हुई, सुक्खू सरकार भी पूर्व की जयराम सरकार की राह पर चलने लगी है। इससे पूर्व सुक्खू सरकार ने शिक्षा विभाग में भी टेंपरेरी भर्ती करने का प्रयास किया था, लेकिन युवाओं के सड़कांे पर उतरने के बाद सुक्खू सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा था। यह भी पढ़ें: CM सुक्खू को किसने दिया OPS बंद करने का सुझाव: क्या पहली गारंटी से भी पलट जाएंगे ?

आउटसोर्स पर किया जाता है शोषण

बता दें कि हिमाचल में इस समय 35 से 40 हजार लोग ऑउटसोर्स पर नौकरी कर रहे हैं। इन लोगों को निजी कंपनी के माध्यम से रखा जाता है। यह निजी कंपनियां उनका शोषण करती हैं और नाममात्र वेतन दिया जाता है। कोविड काल में भी कुछ नर्सों को टांडा मेडिकल कॉलेज में रखा गया था। लेकिन कई माह तक इनकी सेवाएं लेने के बाद उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। यह भी पढ़ें: हिमाचल में फिर बिगड़ेगा मौसम, 3 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी

निजी कंपनियां करती हैं युवाओं का शोषण

बेरोजगार संघ का कहना है कि आउटसोर्स पर भर्ती किए गए युवाओं का निजी कंपनियं जमकर शोषण करती हैं। वहीं सत्ता बदलने पर सरकारें अपनी अपनी सुविधानुसार उन्हें बाहर का रास्ता दिखा देती हैं। ऐसे में आउटसोर्स पर भर्ती करना युवाओ के साथ धोखा है। सरकार शिक्षा विभाग में भी ऑउटसोर्स पर ही छह हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती करने जा रही थी, जिन्हें महज 10 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जा रहा था। यह भी पढ़ें: पुलिस ने तलब किए 3 पूर्व विधायक, सरकार गिराने की साजिश से जुड़ा है मामला

अब सड़कों पर उतरने की तैयारी में बेरोजगार युवा

टांडा मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्स पर की जा रही इस भर्ती के विरोध में हिमाचल के प्रशिक्षित बेरोजगार संघ ने एक बैठक बुलाई है। जिसमें आगामी रणनीति बनाई जाएगी। हिमाचल के प्रशिक्षित बेरोजगार संघ के अध्यक्ष घनश्याम नेहटू ने बताया युवा परीक्षाओं की तैयारी के लिए लाइब्रेरी में पढ़ते पढ़ते बूढ़ा हो रहा है। लेकिन सरकार की नींद नहीं टूट रही। उन्होंने बताया कि सरकार एक साल बाद भी राज्य चयन आयोग को फंक्शनल नहीं कर पाई। जब तक इसे फंक्शनल नहीं किया जाता, तब तक नौकरी संभव नहीं है।

सत्ता में आने के बाद से नहीं भरा एक भी पद

सत्ता में आने से पूर्व एक लाख नौकरी का वादा करने वाली कांग्रेस सत्ता हासिल करने के बाद अब आउटसोर्स पर भर्तियां करना शुरू कर दिया है। सत्ता में आने के बाद से सुक्खू सरकार ने एक भी पक्की नौकरी नहीं दी है। पूर्व सरकार के कार्यकाल की भर्तियों के कुछ रिजल्ट जरूर निकाले गए हैं और टीजीटी की बैचवाइज भर्ती जरूर की गई। मगर नए पद विज्ञापित नहीं किए जा रहे। अब युवाओं को आउटसोर्स भर्ती के नाम पर ठगा जा रहा है।

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