शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले आए दिन सड़कों पर उतर रहे हैं। कभी कर्मचारी वर्ग, तो कभी बेरोजगार अपनी मांगों को लेकर धरने प्रदर्शन कर रहे हैं। वोकेशनल शिक्षक भी शिमला के चौड़ा मैदान में अपनी मांगों को मनवाने के लिए दिन रात डटे हुए हैं। अब इसी बीच हिमाचल पथ परिवहन निगम के पेंशनरों ने भी सुक्खू सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
12 नवंबर तक नहीं मिली पेंशन
हिमाचल की सुक्खू सरकार ने परिवहन निगम के कर्मचारियों व सेवानिवृत्त कर्मचारियों को 28 अक्तूबर को वेतऩ पेंशन डीए बढ़ोतरी के साथ देने का निर्णय लिया था़ लेकिन इस घोषणा के बाद भी सेवानिवृत कर्मचारियों को दिवाली से पहले पेंशन नहीं मिली। इतना ही नहीं आज 12 नवंबर बीत जाने के बाद भी सैंकड़ों पेंशनरों को उनकी पेंशन नहीं मिली है। समय पर पेंशन न मिल पाने से नाराज पेंशनर्स ने अब निगम और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
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मंगलवार को सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने समय पर पेंशन न मिलने तथा लंबित पड़े भत्तों की मांग को लेकर हल्ला बोल दिया है और प्रदेश सरकार के खिलाफ जन जागरण अभियान छेड़ दिया है। आज पेंशनर्स ने शिमला के तारादेवी स्थित वर्कशॉप में धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
पेंशन के इंतजार में बैठे सैंकड़ों एचआरटीसी पेंशनर
एचआरटीसी पेंशनर कल्याण संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने परिवहन निगम के कर्मचारियों व सेवानिवृत्त कर्मचारियों को 28 अक्तूबर को वेतन, पेंशन डीए बढ़ोतरी के साथ देने का निर्णय लिया था, लेकिन इस घोषणा के बाद भी सेवानिवृत कर्मचारियों को अभी तक पेंशन नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि पेंशन ना मिलने से इस बार पेंशनरों की दिवाली भी फीकी रही।
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राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि आज उम्र के इस पड़ाव में इन पेंशनरों को अपने हक के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की घोषणा के बाद कुछ पेंशनरों को अभी बीते रोज सोमवार को ही पेंशन मिली है। जबकि अभी भी 30 फीसदी पेंशनर अपनी पेंशन का इंतजार कर रहे हैं।
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हर कर्मचारी की 7 से 10 लाख की देनदारी
उन्होंने कहा कि सरकार के पास उनके करोड़ों रुपए की देनदारियां लंबित पड़ी है। इस समय प्रत्येक कर्मचारी की सरकार के पास 7 से 10 लाख की देनदारियां लंबित है।भत्ते तो दूर यहां पेंशन भी सरकार के वायदे के बाद भी समय पर नही मिली। उन्होंने कहा कि इन लंबित पड़े भत्तों को लेकर एक वर्ष पहले उन्होंने सरकार को डिमांड चार्टर दिया था।
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उन्होंने कहा कि आज शिमला से उन्होंने आंदोलन का आगाज कर दिया है। यह जन जागरण अभियान उस समय तक चलता रहेगा जब तक सरकार उनकी देनदारियों की अदायगी नही कर देती। उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि जल्द ही उनके भत्तों की अदायगी की जाए, अन्यथा यह आंदोलन जारी रहेगा।
तारादेवी के बाहर निगम के खिलाफ बोला जोरदार हल्ला
एचआरटीसी पेंशनर संघ के नेतृत्व में आज पेंशनरों ने शिमला के तारादेवी में एचआरटीसी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अक्तूबर माह की पेंशन के साथ पुरानी देनदारियां चुकता करने की मांग उठाई।