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January 18, 2025
हिमाचल: पंचायत प्रधान ने वार्ड पंच के घर बना दिया सार्वजनिक शौचालय, की बड़ी धांधली
पंचायत प्रधान पर गिर सकती है गाज
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ऊना। हिमाचल प्रदेश में घोटाला करने में कई पंचायत प्रधान भी पीछे नहीं हैं। कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं, जब पंचायत प्रधान ने सरकारी राशि का दुरुपयोग किया हो। ऐसा ही एक मामला अब हिमाचल के ऊना जिला के उपमंडल अंब के तहत आती लडोली पंचायत से सामने आया है। यहां पंचायत प्रधान पर 2.10 लाख रुपए के दुरुपयोग के आरोप लगे हैं। अब इस मामले में पंचायत प्रधान पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।
दरअसल पंचायत प्रधान ने संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत सार्वजनिक शौचालय निर्माण के लिए मिले 2.10 लाख रुपए का दुरुपयोग किया है। सार्वजनिक शौचालय के लिए आए इस पैसे से पंचायत प्रधान ने अपनी पंचायत के एक वार्ड पंच के निजी आवास में ही शौचालय का निर्माण कर दिया। यानी पंचायत प्रधान ने सार्वजनिक शौचालय ना बनाकर निजी शौचालय बना दिया।
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नियमों के अनुसार सामुदायिक शौचालय का निर्माण पंचायत भूमि पर होता है और इसका मुख्य द्वार सार्वजनिक रास्ते की ओर होता है, ताकि आम जनता इस सार्वजनिक शौचालय का उपयोग कर सके और स्वच्छता अभियान कामय रह सके। लेकिन लडोली के पंचायत प्रधान ने ऐसा ना कर इस पैसे से पंच के निजी घर में उसके आंगन के सामने इसका निर्माण कर दिया।
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इस शौचालय के लिए सरकार की ओर से फरवरी 2021 में राशि स्वीकृत हुई थी। अगस्त 2023 में गांव के काबल सिंह ने इस मामले की शिकायत जिला पंचायत अधिकारी से की थी। शिकायत मिलने के बाद इस मामले की जांच के आदेश बीडीओ अंब को दिए गए थे। लेकिन छह माह तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब यह विवाद बढ़ने लगा तो जनवरी 2024 में विभाग ने जांच शुरू की।
जांच में पता चला कि पंचायत प्रधान पर लगाए गए आरोप सही हैं। जांच में यह भी खुलासा हुआकि जिस क्षेत्र में यह शौचालय बनाया गया है, वहां के अधिकांश घरों में पहले से ही शौचालय मौजूद हैं। जिसके चलते वहां पर पंचायत द्वारा बनाए गए शौचालय की कोई जरूरत नहीं थी। इस मामले में उस समय नया मोड़ आ गया, जब वार्ड पंच ने 31 जनवरी 2024 को अपनी निजी भूमि को पंचायत के नाम कर दिया।
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वार्ड पंच द्वारा निजी भूमि पंचायत के नाम करने की कारवाई तब की गई जब इस मामले की शिकायत को दर्ज हुए करीब पांच माह का समय बीत चुका था। जिसके चलते इस सारे प्रकरण में ना केवल पंचायत प्रधान की भूमिका संदिग्ध है, बल्कि विकास खंड कार्यालय अंब की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठे हैं।
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इस पूरे मामले में विकास खंड अधिकारी ओमाल डोगरा ने बताया कि संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत गांव में सार्वजनिक शौचालय के निर्माण में नियमों की अनदेखी की गई है। जहां पर यह शौचालय बनाया गया है, उससे साफ प्रतीत हो रहा है कि यह शौचालय एक व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के इरादे से बनाया है। मामले की जांच रिपोर्ट को आगामी कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दिया गया है। माना जा रहा है कि इस मामले की जांच पूरी होने के बाद पंचायत प्रधान पर गाज गिर सकती है।