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July 26, 2024

व्यवस्था परिवर्तन: गौशाला के लिए नहीं दी, कब्रिस्तान को अलॉट कर दी 4 कनाल जमीन

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ऊना। हिमाचल की सत्ता संभालते ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने व्यवस्था परिवर्तन का नारा दिया था। उन्होंने कहा था कि वह सत्ता में सुख भोगने नहीं आए हैं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन कर प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। सुक्खू सरकार का ऐसा ही एक व्यवस्था परिवर्तन हिमाचल के ऊना जिला में देखने को मिला है। यहां पंचायत की मांग पर भी जिला प्रशासन ने गौशाला बनाने के लिए सरकारी जमीन नहीं दी, लेकिन वही 4 कनाल सरकारी जमीन मात्र दो मुस्लिम परिवारों को कब्रिस्तान बनाने के लिए अलॉट कर दी।

डीसी कार्यालय पहुंचे लोगों ने जताया एतराज

जिला प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ अब पंचायत प्रतिनिधियांे सहित ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा है। आज शुक्रवार को सभी ग्रामीण पंचायत प्रतिनिधियों के साथ डीसी ऊना के कार्यालय में पहुंच गए और दो परिवारों को कब्रिस्तान के लिए जमीन अलॉट करने का विरोध जताया।

पार्क में बैठ कर किया हनुमान चालीसा का पाठ

मामला ऊना लिजा के गांव नंगल सलांगड़ी का है। ग्रामीणों का कहना है कि बाहर से आकर यहां बसे दो परिवारों के लिए गांव में कब्रिस्तान के लिए सरकारी भूमि देना गलत है। लोगों ने इस विरोध को लेकर एमसी पार्क में बैठ कर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। यह भी पढ़ें: लेंटर डाल रहे मिस्त्री को लगा करंट, छोड़ गया दुनिया, पसरा मातम

गौशाला के लिए प्रशासन ने नहीं की जमीन अलॉट

ग्रामीणों ने बतााय कि पंचायत ने इसी भूमि पर गौशाला बनाने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति मांगी थीए लेकिन प्रशासन ने इसे नॉन अलॉटेबल जमीन बता कर गौशाला का काम रूकवा दिया। लेकिन अब इस जमीन को मात्र दो परिवारों को कब्रिस्तान के लिए प्रशासन ने किस आधार पर आवंटित कर दिया। यह भी पढ़ें: पत्नी ने बनवा दी शहीद पति की प्रतिमा: घर पर पड़ी हुई है, नहीं मिल रही परमिशन

ग्रामीणों ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने उनकी बात को नहीं माना तो उन्हें उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा। ग्रामीणों ने डीसी ऊना को ज्ञापन सौंप कर अपना विरोध दर्ज करवाते हुए इस फैसले को वापस लेने की मांग उठाई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि बाहर से आकर यहां बसे दो मुस्लिम परिवारों ने पंचायत प्रतिनिधियों को धोखे में रखकर कब्रगाह के लिए जमीन अलॉट करवाई है। यह भी पढ़ें : हिमाचल: नदी में बह गया ITBP का इंस्पेक्टर, गश्त पर निकला था; मिली देह

मुस्लिम परिवार ने धोखे से करवाए लोगों के हस्ताक्षर

पंचायत प्रधान आशा देवी ने बताया कि दो मुस्लिम परिवारों ने यह कहकर लोगों के हस्ताक्षर करवाए थे कि उन्हें केवल इस गांव के निवासी होने का प्रमाण पत्र देना हैए लेकिन उन्होंने इन दस्तावेजों के आधार पर कब्रिस्तान के लिए जगह अलॉट करवाई है। पंचायत प्रधान और ग्रामीणों ने प्रशासन से इस फैसले को वापस लेने की मांग उठाई है।

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