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November 7, 2024

दिवाली पर करोड़ों कमाए.. पर पेंशन देना भूल गया HRTC; अभी तक कर रहे इंतजार

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शिमला। हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने इस बार दिवाली के त्यौहार के चलते सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को चार दिन पहले 28 अक्तूबर को वेतन और पेंशन दिया। लेकिन एचआरटीसी के पेंशनरों को सीएम सुक्खू की घोषणा के बाद भी पेंशन नहीं मिली। दिवाली तो छोड़ा, एचआरटीसी पेंशनरों के खाते में अभी तक पेंशन नहीं आई है। जिससे इन पेंशनरों के त्यौहार फीके रह गए।

करोड़ों की कमाई के बाद भी नहीं दी पेंशन

बता दें कि हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम ने इस बार दिवाली और भैयादूज पर अतिरिक्त बसें चलाकर करोड़ों रुपए की कमाई की थी। यह कमाई लगभग तीन करोड़ से ज्यदा की हुई थी। लेकिन करोड़ांे रुपए कमाने के बाद भी परिवहन निगम अपने पेंशनरों को दिवाली के 10 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक पेंशन नहीं दे पाया है।

सिर्फ वेतन ही समय पर दे पाया निगम

एचआरटीसी पेंशनरों को पेंशन ना देने का कारण निगम ने पैसों की कमी बताया है। निगम का कहना है कि एचआरटीसी को सरकार से पैसा दिया जाना था, वह पूरी तरह से नहीं मिल पाया है। जिसके चलते परिवहन निगम सिर्फ एचआरटीसी के कर्मचारियों का ही वेतन समय पर दे पाया, लेकिन पेंशनरों को पेंशन देने के लिए उनके पास पैसा ही नहीं बचा।

पेंशन के लिए मांगे थे पांच करोड़, मिले तीन करोड़

परिवहन निगम के अनुसार सरकार ने एचआरटीसी को पहले 60 करोड़ की ग्रांट जारी की। निगम ने 5 करोड़ की अतिरिक्त ग्रांट मांगी। इसमें से केवल 3 करोड़ ही जारी किया गया। निगम प्रबंधन ने 2 करोड़ का अतिरिक्त बजट मांगा है। कम राशि मिलने पर निगम केवल वेतन का ही खर्चा निकाल पाया और निगम ने अपने कर्मचारियों को वेतन की अदायगी पहले ही कर दी।

सीएम सुक्खू के वादे के बाद भी 28 को नहीं मिली पेंशन

बता दंे कि सीएम सुक्खू ने इस बार सभी कर्मचारियों और पेंशनरों को दिवाली से चार दिन पहले 28 तारीख को वेतन और पेंशन देने का वादा किया था। लेकिन एचआरटीसी कर्मचारियों को 28 अक्तूबर तो दूर की बात है, छह नवंबर तक भी खाते में पेंशन नहीं आई है। जिसके चलते अब एचआरटीसी के रिटायर कर्मियों का गुस्सा बढ़ने लगा है। अब यह पेंशनर निगम के खिलाफ सड़कों पर उतरने की तैयारी करने लगे हैं।

एचआरटीसी को वेतन पेंशन के लिए चाहिए 45 करोड़

बता दें कि हिमाचल पथ परिवहन निगम के कर्मचारियों के वेतन पर हर माह 45 करोड़ रुपए और पेंशनरों की पेंशन पर हर माह 21 करोड़ का खर्च आता है। हिमाचल में निगम के सात हजार पेंशनर हैं। निगम के कर्मचारियों और पेंशनरों को वेतन और पेंशन देने के लिए निगम को सरकार से पैसा लेना पड़ता है, लेकिन आर्थिक हालात कमजोर होने से प्रदेश सरकार भी निगम को पूरा पैसा नहीं दे पा रही है।

क्या कह रहे हैं। एमडी एचआरटीसी

एचआरटीसी के एमडी रोहन चंद ठाकुर का कहना है कि उन्होंने पेंशन देने के लिए सरकार को लिखा है, लेकिन अभी फाइल सचिवालय के गलियारों में घूम रही है। जब तक सरकार की तरफ से मदद नहीं मिल जाती, तब तक पेंशनरों के खाते में पेंशन नहीं डाली जा सकेगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने हाल ही में तीन करोड़ दिए थे मगर उन्हें पांच करोड़ रुपए की जरूरत है तभी पेंशन रिलीज होगी।

नाइट ओवर टाइम का इंतजार कर रहे कर्मचारी

सीएम सुक्खू ने अभी हाल ही में एचआरटीसी कर्मचारियों का नाइट ओवर टाइम की राशि देने का भी ऐलान किया है। यह राशि 97 करोड़ रुपए के करीब बनती है। लेकिन इसका पैसा भी अभी तक सरकार ने नहीं दिया है। जब जब सरकार पैसा नहीं देगी, तब तक कर्मचारियों को ओवर टाइम का पैसा नहीं मिल पाएगा। बता दें कि कर्मचारी पिछले 56 महीने से नाइट ओवर टाइम का इंतजार कर रहे हैं।
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