शिमला। हिमाचल प्रदेश में बेरोजगारों के साथ सरकार किस तरह का भद्दा मजाक कर रही है, इसका ताजा उदाहरण सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक भर्ती विज्ञापन है। यह भर्ती विज्ञापन हिमाचल के शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठा रहा है।
इस भर्ती विज्ञापन में एक पार्ट टाइम शिक्षक और एक चौकीदार के लिए आवेदन मांगे गए। विज्ञापन में शिक्षक और चौकीदार को दिया जाने वाला मानदेय ही चर्चाओं का विषय बना हुआ है।
दरअसल चंबा जिला के भरमौर के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय द्वारा एक समाचार पत्र में विज्ञापन दिया गया। जिसमें एक पार्ट टाइम टीचर और एक चौकीदार के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इस विज्ञापन में अध्यापक को तो 8450 रुपए मानदेय दर्शाया गया है, लेकिन चौकीदार का वेतन शिक्षक से कहीं ज्यादा 10630 रुपए दर्शाया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा भर्ती विज्ञापन
शिक्षा विभाग का यह विज्ञापन अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। लोग इसके स्क्रीनशॉट लेकर इसे आगे शेयर कर रहे हैं। लोग इस पर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं। वहंी बरोजगार युवा शिक्षा विभाग और सरकार के प्रति अपना रोष भी व्यक्त कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार बेरोजगारों के साथ भद्दा मजाक कर रही है।
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बीएससी पास को 8 हजार, 10वीं पास को 10 हजार वेतन
बता दें कि भरमौर में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय द्वारा जारी किए गए विज्ञापन में शिक्षक के लिए शैक्षणिक योग्यता में बीएससी, एमएससी, बीएड के साथ टेट परीक्षा पास रखी गई है। जबकि चौकीदार की शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास रखी गई है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ एमएससी, बीएड शिक्षक को मानदेय के रूप में मात्र 8450 रुपए दिए जा रहे हैं, लेकिन वहीं 10वीं पास चौकीदार को 10630 रुपए मानदेय देने की बात कही गई है।
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शिक्षक और चौकीदार को नहीं मिल रही न्यूनतम दिहाड़ी
बता दंे कि हिमाचल प्रदेश में न्यूनतम दिहाड़ी 400 रुपए निर्धारित की गई है। यह न्यूनतम दिहाड़ी खुद हिमाचल सरकार ने तय की है। बावजूद इसके सरकार खुद ही लोगों को न्यूनतम दिहाड़ी नहीं दे रही है। शिक्षा विभाग के इस विज्ञापन में शिक्षक और चौकीदार को दिया जा रहा वेतन न्यूनतम दिहाड़ी से भी कम है। अब सवाल यह उठता है कि जब सुक्खू सरकार ने खुद ही न्यूनतम दिहाड़ी तय की है तो क्या शिक्षक और चौकीदार को भी यह न्यूनतम दिहाड़ी नहीं मिलनी चाहिए।
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क्या बोले चंबा के डिप्टी डायरेक्टर एजुकेशन
वहीं इस बारे में चंबा के डिप्टी डायरेक्टर एजुकेशन पीएल चड़क ने बताया कि विज्ञापन में दर्शाए गए शिक्षक की भर्ती पार्ट टाइम आधार पर की जा रही है। जिसके चलते ही उनका वेतन 8450 रुपए निर्धारित किया या है। वहीं चौकरीदार फुल टाइम पर रखा जाना है। इसलिए टीचर का मानदेय कम है और चौकीदार का ज्यादा है।
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सरकार क्यों कर रही पार्ट टाइम भर्ती
लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस साल के शुरुआत में भी सरकार ने पार्ट टाइम भर्तियों की बात कही थी। तब बेरोजगारों के विरोध के बाद सरकार ने यह फैसला वापस ले लिया था। मगर अब शिक्षा विभाग का यह विज्ञापन कई सवाल खड़े कर रहा है। हिमाचल हाईकोर्ट भी कई बार ऐसी भर्तियों पर आपत्ति जता चुका है।