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November 23, 2024

CM सुक्खू के गृह जिला के हाल: 60 बच्चों को पढ़ा रहा एक शिक्षक; कैसे संवरेगा भविष्य

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हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार और शिक्षा विभाग के प्रदेश में शिक्षा गुणवत्ता को सुदृढ़ करने के वादे धरातल पर कितने कारगर साबित हो रहे हैं। इसका खुलासा कहीं और नहीं बल्कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के ही गृह जिला में देखने को मिल रहा है। सीएम सुक्खू के गृह जिला के एक प्राथमिक स्कूल के 60 बच्चांे को मात्र एक शिक्षक पढ़ा रहा है।

स्कूल में 6 छात्रों को पढ़ा रहा एक शिक्षक

इस इस सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले 60 बच्चों को एक शिक्षक कितनी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दे पा रहा होगा, इसका अनुमान तो आप खुद ही लगा सकते हैं। जिला हमीरपुर के शिक्षा खंड बिझड़ी में अंग्रेजों के समय से 1932 में खुले राजकीय प्राथमिक स्कूल दख्योड़ा एक शिक्षक के सहारे चल रहा है। इस स्कूल में 60 से अधिक छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
सैंकड़ों स्कूलों को बंद करने के बाद भी नहीं दिया शिक्षक
बता दें कि सुक्खू सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन का नारा देते हुए ऐसे सैंकड़ों स्कूलों को बंद कर दिया, जिनमें छात्रों की संख्या कम थी। सुक्खू सरकार का तर्क था कि इन स्कूलों को बंद कर इनके शिक्षकों को उन स्कूलों में भेजा जाएगा, जहां पर शिक्षकों की कमी है। लेकिन सुक्खू सरकार शायद राजकीय प्राथमिक स्कूल दख्योड़ा में शिक्षक भेजना भूल गई है। यह भी पढ़ें : हिमाचल : कमरे में छुपा रखा था लाखों का नशा, पुलिस ने मारी रेड- हुआ गिरफ्तार

कैसे संवरेगा बच्चों का भविष्य

सुक्खू सरकार और शिक्षा विभाग की लापरवाही का खामियाजा राजकीय प्राथमिक स्कूल दख्योड़ा में पढ़ने वाले नौनिहालों को भुगतना पड़ रहा है। एक शिक्षक के सहारे इन 60 से अधिक नौनिहालों का भविष्य कैसे संवरेगा, यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है। जिसका जवाब इन नौनिहालों के अभिभावक भी जानने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिल रही है। यह भी पढ़ें: किसान पिता ने बेटी की पढ़ाई में लगाई पूरी कमाई, आज नर्सिंग ऑफिसर बनकर लौटी

डैपुटेशन पर भेज दी महिला शिक्षक

ग्रामीणों की मानें तो शिक्षा विभाग ने एक महिला जेबीटी को इस स्कूल में तैनाती दी थी। इस महिला शिक्षक ने 29 अगस्त 2024 को स्कूल में ज्वाइन किया था, लेकिन शिक्षा विभाग ने 21 नवंबर को उसे डैपुटेशन पर सरकारी स्कूल झिलारड़ी भेज दिया। यह भी पढ़ें : हिमाचल में युवक को किया डिजिटल अरेस्ट, CBI ऑफिसर बन ठगे 17.50 लाख बड़ी बात यह है कि इस महिला शिक्षक को ऐसे स्कूल में भेजा गया है, जहां पहले से दो शिक्षक तैनात है और वहां छात्रों की संख्या भी मात्र 29 के करीब है। जबकि 60 छात्रों वाले राजकीय प्राथमिक स्कूल दख्योड़ा को केवल एक शिक्षक के सहारे छोड़ दिया है।

बच्चों के अभिभावकों ने उठाई मांग

महिला शिक्षक की प्रतिनियुक्ति पर ग्रामीणों ने विरोध भी किया और एक प्रतिनिधिमंडल प्राथमिक खंड शिक्षा अधिकारी बिझड़ी कार्यालय में अपनी फरियाद लेकर पहुंचा, लेकिन विडंबना देखिए कि बिझड़ी खंड शिक्षा अधिकारी का भी तबादला हो गया है। यहां अब नए अधिकारी ने ज्वाइन किया है। यह भी पढ़ें : 11वीं के छात्र समरवीर ने रोशन किया हिमाचल का नाम, राष्ट्रीय चैंपियनशिप में जीता मेडल स्कूल प्रबंधन समिति दख्योड़ा की प्रधान कमलेश कुमारी, सदस्यों सुषमा देवी, मनीता पठानिया, बनीता देवी व सपना कुमारी सहित बच्चों के अभिभावकों ने विभाग व सरकार से स्कूल में शिक्षकों की तैनाती की गुहार लगाई है।

क्या कहते हैं शिक्षा विभाग के अधिकारी

वहीं उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा हमीरपुर अशोक कुमार का कहना था कि यदि डैपुटेशन गलत हुआ है, तो इसे तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि वह इस समय संबंधित विभाग की मीटिंग के लिए शिमला में हूं और वापस अपने कार्यालय आकर इस मामले की रिपोर्ट मांगी जाएगी।

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