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September 23, 2024

हिमाचल के 600 बागवानों का 25.80 करोड़ रुपए डकार गए आढ़ती, कब मिलेगा पैसा ?

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शिमला। हिमाचल में सेब सीजन पूरी रफ्तार के साथ चल रहा है। प्रदेश में हर साल करोड़ों के सेब का व्यापार होता है। जिसमें बागवानों को अच्छी खासी कमाई भी होती है। लेकिन कई बार कुछ व्यापारी (आढ़ती) सेब बागवानों का लंबित पैसा नहीं देतेए जिसके चलते बागवानों को घाटा उठाना पड़ता है। प्रदेश में आज भी सैंकड़ों बागवान ऐसे हैं, जिनके करोड़ों रुपए इन व्यापारियों और आढ़तियों के पास फंसे हुए हैं।

बागवानों का 25.80 करोड़ रुपए आढ़तियों के पास लंबित

वर्तमान समय तक 600 ऐसे किसान और बागवान हैंए जिनकी 25.80 करोड़ से भी अधिक की राशि आढ़तियों के पास लंबित है। यह बागवान कई बार पुलिस से भी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन उनका पैसा उन्हें अभी तक नहीं मिला है। सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई से भी इन बागवानों को कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है। यह भी पढ़ें : मंत्री विक्रमादित्य बोले- वक्फ बोर्ड के लेनदेन पर पारदर्शिता जरूरी, कंगना पर भी भड़के

सरकार ने बनाई है कमेटी

बता दें कि सरकार ने साल 2019 में बागवानों के आढ़तियों के पास फंसे पैसे की वसूली के लिए एक कमेटी का भी गठन किया था। लेकिन फिर भी सैंकड़ों सेब बागवानों को अभी तक उनका पैसा नहीं मिला है। जिससे किसानों और बागवानों को करोड़ों का घाटा उठाना पड़ा है। सरकार ने यह कमेटी बागवानों के पैसों की वसूली और दोषी आढ़तियों और बिचौलियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए बनाई थी। यह भी पढ़ें: हिमाचल की वादियों से दिल्ली लौटे सोनिया और राहुल गांधी, प्रियंका यहीं डटीं

विधानसभा के मानसुन सत्र में भी उठा था मामला

यह मामला अभी हाल ही में हुए हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र में भी उठा था। जिसमें बीजेपी विधायक ने बागवानों के लंबित पैसों और दोषियों के खिलाफ सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई की जानकारी मांगी थी। जिसके जवाब में सरकार ने बताया था कि हिमाचल में वर्तमान समय में 600 किसानों बागवानों के 25.80 करोड़ रुपए आढ़तियों के पास लंबित हैं। यह भी पढ़ें: हिमाचल : तीसरी मंजिल से गिरा मिस्त्री- साथियों ने ठेकेदार पर जड़े आरोप

सरकार ने क्या दिया था जवाब पढ़ें

सरकार की तरफ से बताया गया था कि बागवानों को उनका सेब का लंबित पैसा ना मिलने से होने वाली परेशानी के लिए आढ़तियों के खिलाफ हिमाचल प्रदेश कृषि एवं औद्यानिकीय उपज विपणन (विकास एवं विनियमन) अधिनियम- 2005 के प्रावधानों के अनुरूप कार्रवाई की जाती है। यह भी पढ़ें: होटल में लग रही थी लड़कियों के जिस्म की बोली; दे*ह व्यापार का पर्दाफाश

एसआईटी कर रही इस मामले की जांच

प्रदेश सरकार के आदेश पर पुलिस महानिदेशक ने सीआईडी में एक एसआईटी का गठन किया था। इसके बाद इस विशेष जांच दल में तैनात किए कर्मचारियों के तबादला हो जाने के चलते लंबित मामलों की जांच अपराध शाखा में तैनात जांच अधिकारियों की ओर से की जा रही है। सीआईडी में गठित की गई यह एसआईटी इस तरह के मामलों की जांच कर रही है।

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