सिरमौर। हिमाचल प्रदेश की होनहार बेटियां हर कदम पर बेटों के साथ कंधे से कंधा मिला कर चल रही हैं। हाल ही में प्रदेश की कई बेटियों भारतीय सेना में नर्सिंग ऑफिसर बनीं हैं। इसी कड़ी में सिरमौर जिले की एक बेटी ने भी अपनी सफलता का लोहा मनवाया है।
नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनी वैशाली
वैशाली कश्यप ने नर्सिंग सर्विसेज की परीक्षा पास की है। उन्होंने परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 134 हासिल किया है। वैशाली का भारतीय सेना में बतौर नर्सिंग लेफ्टिंनेट पद पर चयन हुआ है। वैशाली जबलपुर मध्यप्रदेश कमांड अस्पताल में अपनी सेवाएं देंगी।
यह भी पढ़ें: हिमाचल की बेटी नीतिका बनी लेफ्टिनेंट, AIIMS का एग्जाम भी किया क्वालीफाई
134वां रैंक किया हासिल
वैशाली सिरमौर जिले के कालाअंब स्थित कौलांवालाभूड की रहने वाली हैं। वैशाली की प्रारंभिक शिक्षा सेंट फ्रांसिस स्कूल कालाअंब से हुई है। वैशाली का IGMC शिमला में BSC नर्सिंग के लिए चयन हुआ। इसके बाद उन्होंने मिलिट्री नर्सिंग सर्विसेज परीक्षा दी- जिसमें वैशाली ने ऑल इंडिया रैंक AIR 134 हासिल किया।
पढ़ने में थी काफी होशियार
वैशाली सिरमौर जिले के कालाअंब स्थित कौलांवालाभूड की रहने वाली हैं। वैशाली कश्यप के पिता अनिल कुमार और मां पूजा देवी बेटी की इस सफलता से काफी खुश हैं। उन्होंने बताया कि वैशाली बचपन से ही पढ़ने में काफी गंभीर थी। वैशाली ने कड़ी मेहनत कर साथ इतना बड़ा मुकाम हासिल किया है। बेटी के लेफ्टिनेंट बनने से ना सिर्फ उसके परिवार में बल्कि पूरे गांव में खुशी का माहौल है।
यह भी पढ़ें: शादी में कैटरिंग के लिए गए थे पांच यार: गहरी खाई में गिरी कार, 3 ही बच पाए
पिता को दिया सफलता का श्रेय
वैशाली ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी पिता को दिया है। युवाओं को सफलता का मंत्र देते हुए वैशाली ने कहा कि जितनी जो मेहनत करेगा उसे उसका उतना ही अच्छा उसका नतीजा मिेलेगा। जैसे कि मेेरा बचपन से सेना में सेवाएं देने का सपना था। जिसे मैंने कड़ी मेहनत कर पूरा कर लिया है।
दुकानदार की बेटी बनी ऑफिसर
बता दें कि वैशाली के साथ-साथ प्रदेश के अलग-अलग जिलों की कई बेटियों भी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनी है। बेटियों की इस सफलता से क्षेत्र के लोग गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। आपको बता दें कि हमीरपुर जिला के बल्ह गांव की बेटी शिवानी ठाकुर महज 25 साल की उम्र में भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनी हैं। शिवानी मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखती हैं। शिवानी ने कड़े परिश्रम से इस मुकाम को हासिल किया है।
यह भी पढ़ें: बेटियों को मंदिर ले जा रहे थे माता-पिता, रास्ते में 5 साल की पीहू को मिली…
शिवानी पांच अगस्त को आर्मी 151 अस्पताल गुवाहाटी में ज्वाइनिंग करेगी। शिवानी ठाकुर के पिता सुरजीत ठाकुर एक दुकानदार हैं। छोटे से गांव में दुकान चलाकर ही सुरजीत ठाकुर ने ना सिर्फ अपने परिवार को पालन पोषण किया, बल्कि बेटी को अच्छी शिक्षा भी दिलवाई। जिसका नतीजा है कि आज शिवानी ठाकुर भारतीय सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट बन गई है।
बचपन में ही सिर से उठ गया था पिता का साया
इसके अलावा, हमीरपुर जिले की एक और बेटी दीक्षा शर्मा का चयन नेवी में बतौर लेफ्टिनेंट के पद पर हुआ है। दीक्षा 6 अगस्त को INHS कल्याणी विशाखापत्तन में बतौर नर्सिंग लेफ्टिनेंट ज्वाइन करेंगी। दीक्षा भोरंज उपमंडल स्थित बरठवान गांव की रहने वाली हैं। दीक्षा की प्रारंभिक शिक्षा DAV धर्मशाला से हुई है। दीक्षा ने द्रोणाचार्य कॉलेज ऑफ नर्सिंग योल कैंट से नर्सिंग की है।
दीक्षा के पिता का बचपन में ही देहांत हो गया था। उनकी मां वीना शर्मा प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला में कार्यरत हैं। दीक्षा का एक भाई भी है- जो कि इंजीनियर है। दीक्षा का बचपन से ही सेना में भर्ती होने का सपना था- जिसे उन्होंने आज कड़ी मेहनत कर हासिल किया है।